‘कॉफी विद कलक्टर’ में बच्चों से बातचीत कर आईएएस कानाराम को क्या याद आया ?

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भटनेर पोस्ट सिटी डेस्क.
विद्यालय स्तरीय राष्ट्रीय मुक्केबाजी प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीतने वाली 9वीं कक्षा की छात्रा ममता स्वामी सहित 8 खिलाड़ियों, 2 प्रेरणा कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले विद्यार्थियों एवं 6 मानस जिला स्तरीय प्रतियोगिता के प्रथम विजेता विद्यार्थियों के लिए गुरुवार का दिन बड़ा अहम रहा। दरअसल हनुमानगढ़ के जिला कलेक्टर काना राम ने इन विद्यार्थियों और खिलाड़ियों को ‘कॉफी विद कलेक्टर’ कार्यक्रम में आमंत्रित किया एवं इनसे सभी पहलुओं पर चर्चा की। विदित रहे कि जिला कलेक्टर द्वारा किए गए इस नवाचार में यह दूसरा कार्यक्रम था, जब जिला कलेक्टर विद्यार्थियों से खुलकर सीधी चर्चा कर रहे थे। कलेक्टर ने प्रत्येक विद्यार्थी, खिलाड़ी से हर पहलू पर चर्चा करते हुए, उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
कार्यक्रम में छोटे बच्चों के भावुक कर देने वाले अनुभवों और चुनौतियों को सुनकर सभागार में बैठा प्रत्येक अधिकारी और विद्यार्थी भावुक हो गया। राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय नाथवाना में दसवीं के छात्र मोहित जाखड़ ने बताया कि उसने पारिवारिक परिस्थितियों के चलते बकरी चराते हुए राष्ट्रीय कबड्डी अंडर 17 प्रतियोगिता में रजत पदक प्राप्त किया। राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय नंदराम की ढाणी में 9वीं कक्षा में पढ़ रहे धीरज की महत्वाकांक्षा पीटीआई बनकर बच्चों को नेटबॉल का प्रशिक्षण देना है।


कलेक्टर कानाराम ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य प्रोत्साहित करने वाले खिलाड़ियों एवं विद्यार्थियों की कहानी को अन्य युवाओं तक पहुंचाना है। जिला प्रशासन इन विद्यार्थियों से सुझाव लेकर विद्यार्थियों के लिए उन पर कार्य करेगा। कार्यक्रम का उद्देश्य है युवाओं को नशे के प्रति जागरुक करते हुए, उन्हें नशे जैसी गंभीर बीमारी से बचाना है।
कंफर्ट जोन से बाहर निकलकर करें प्रयास
कलेक्टर ने कहा कि विद्यार्थियों से बातचीत करते हुए, मुझे मेरी तैयारी के दिन याद आ गए। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि अगर आप खिलाड़ी, डॉक्टर या अधिकारी बनाना चाहते है तो आपको निर्णय जल्द लेना होगा। जीवन में बड़ा गोल रखें तथा अधिकतम प्रयास करें। सरकार, प्रशासन और लोगों में बहुत सकारात्मक माहौल है। सब मदद करने को तैयार है। हमें कंफर्ट जोन से बाहर निकलना होगा। आपकी प्रतिस्पर्धा बेहतर तैयारी करने वालों के साथ है, इसलिए हमेशा बेहतरीन की तलाश में रहे।
अगर परिवार का एक सदस्य नशा करें, तो पूरा परिवार झेलता है दंश
जिला स्तरीय नशा मुक्ति नारा लेखन प्रतियोगिता में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय खरलिया से 11वीं की छात्रा बिंदु जिला कलेक्टर से बात करते हुए भावुक हो गई। उन्होंने जिला कलेक्टर से स्कूल में खेल मैदान के निर्माण को लेकर सुझाव दिया। मानस अभियान की प्रथम विजेता शिक्षिका इंदुबाला ने कहा कि घर का एक सदस्य नशा करता है तो पूरा परिवार उस नशे के दंश को झेलता है। जिला कलेक्टर द्वारा शुरू की गई गतिविधियों में विद्यालय के 6 बच्चे जिला स्तर पर सम्मानित हुए हैं। अब बच्चों में प्रतियोगिता को लेकर खासा उत्साह है।
पोस्टर से दर्शाया वित्तीय स्थिति का लेखा-जोखा
छात्र हर्षिका ने अपनी सहपाठी के पारिवारिक हालातों के बारे में बताया, जिनके पिता के नशे के गिरफ्त में होने से कैसे उनकी पढ़ाई बाधित हो रही हैं। इसके साथ ही उन्होंने एक पोस्टर के माध्यम से नशा करने वाले एवं नशा नहीं करने वाले परिवारों की वित्तीय स्थिति का लेखा-जोखा बताया। इसके साथ ही प्रेरणा कार्यक्रम में पार्टिसिपेट करने वाली किरण ने बताया कि जहां मोदी जी ने प्रारंभिक शिक्षा ग्रहण की थी, उस स्कूल में भ्रमण कर एवं वहां विद्यार्थियों से मुलाकात कर बहुत कुछ सीखने को मिला। विद्यार्थियों को बेटी-बचाओ, बेटी पढ़ाओं और मानस अभियान के ‘लोगो’ के बैग और कॉफी मग वितरित किए गए।

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