




भटनेर पोस्ट डेस्क.
हनुमानगढ़ शहर की सड़कों पर इन दिनों पशुओं का आतंक आम जनजीवन को गंभीर रूप से प्रभावित कर रहा है। जंक्शन क्षेत्र से लेकर मुख्य बाजारों और कॉलोनियों तक, कहीं भी नज़ारा कर लीजिए, सड़कों पर झुंड के झुंड में घूमते पशु, जिनमें अधिकांश पालतू होते हैं, आम बात बन चुकी है। लाल चौक से लेकर कचहरी रोड, कलक्टर कार्यालय के सामने और श्रीगंगानगर रोड जैसे व्यस्त मार्गों पर तो यह समस्या विकराल रूप ले चुकी है।
आलम यह है कि कई दफा इन सड़कों पर जाम की स्थिति बनी रहती है, वहीं रात के समय यह समस्या और भी भयावह हो जाती है। स्कूटी और बाइक सवारों के लिए ये आवारा पशु सड़क पर चलते फिरते खतरे की घंटी बन चुके हैं। रोजाना छोटे-बड़े हादसों की खबरें सामने आती हैं। वाहन क्षतिग्रस्त होना, लोग चोटिल होना अब आम बात हो गई है।

शहरवासी इस समस्या से बुरी तरह त्रस्त हैं। नागरिक श्यामसुंदर शर्मा बताते हैं, ‘पिछले हफ्ते मेरी बहन स्कूटी से गिर गई, क्योंकि अचानक एक गाय बीच सड़क पर आ गई। हेलमेट होने की वजह से गंभीर चोट नहीं आई, लेकिन यह रोज की परेशानी है।’ ब्यूटी पार्लर संचालिका ममता सहारन कहती हैं, ‘हमेशा डर लगता है कि अचानक कोई पशु हमला न कर दे। ग्राहक भी डरते हैं, खासकर शाम के समय।’
छात्र सौरभ चौधरी, जो प्रतिदिन ट्यूशन के लिए श्रीगंगानगर रोड से गुजरते हैं, कहते हैं, ‘कई बार ट्रैफिक रुक जाता है क्योंकि गोधे व गाय सड़क के बीच में बैठ जाते हैं। कोई उन्हें हटाने को भी तैयार नहीं होता।’ वरिष्ठ नागरिक रामकिशन शर्मा ने चिंता जताते हुए कहा, ‘हमने कई बार प्रशासन को ज्ञापन दिए, मगर कार्रवाई शून्य रही। अब जाकर कुछ हलचल दिख रही है।’ इस ज्वलंत समस्या के समाधान की दिशा में नगर परिषद ने आखिरकार एक पहल की है। नगर परिषद आयुक्त सुरेंद्र सिंह यादव के निर्देशानुसार शहर में आवारा व बेसहारा गोवंश को पकड़कर उन्हें सुरक्षित गौशाला में भेजने का विशेष अभियान शुरू किया गया। यह अभियान जिला कलेक्टर के आदेशों के तहत चलाया जा रहा है।
मुख्य स्वच्छता निरीक्षक प्रेमलता पुरी ने जानकारी दी कि यह अभियान प्रारंभिक रूप से नई धान मंडी और सुभाष चौक क्षेत्र में चलाया गया, जहां से 25 गोवंशों को पकड़कर एग्रो गौशाला में सुरक्षित पहुंचाया गया। उन्होंने बताया कि यह अभियान पूरे नगर क्षेत्र की विभिन्न कॉलोनियों और मुख्य सड़कों पर चरणबद्ध तरीके से जारी रहेगा।
नगर परिषद की ओर से पशुपालकों से भी स्पष्ट अपील की गई है कि वे अपने पालतू पशुओं को खुला न छोड़ें। यदि कोई पशु खुले में घूमता पाया गया, तो उसे तत्काल गौशाला में भेज दिया जाएगा और संबंधित पशुपालक पर जुर्माना भी लगाया जाएगा। यह निर्णय नगर की स्वच्छता, सड़क सुरक्षा और आमजन की भलाई को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
इस विशेष अभियान में स्वच्छता निरीक्षक जगदीश सिराव, ओमप्रकाश, बलवंत सहित नगर परिषद के अन्य कर्मचारी सक्रिय रूप से जुड़े रहे। नगर परिषद का यह प्रयास न केवल शहर की स्वच्छता व्यवस्था में सुधार लाने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है, बल्कि इन बेसहारा जानवरों के लिए भी यह एक मानवीय पहल है, जिससे उन्हें सुरक्षित आश्रय मिल सकेगा।
साथ ही, नगर परिषद ने आमजन से भी इस अभियान में सहयोग की अपील की है। परिषद का मानना है कि जब तक नागरिक स्वयं जागरूक नहीं होंगे और अपने पालतू पशुओं को खुला छोड़ने की प्रवृत्ति पर अंकुश नहीं लगाएंगे, तब तक यह समस्या जड़ से समाप्त नहीं हो सकती।



