जे खान: मखमली आवाज ही पहचान

जीवन में संगीत का बड़ा महत्व है। लिहाजा, ‘भटनेर पोस्ट डॉट कॉम’ का नया कॉलम ‘सुरों के साधक’ पाठकों को पसंद आएगा। पहली कड़ी में आपकी मुलाकात करवा रहे हैं लोकप्रिय गजल गायक जे खान यानी जावेद खान से। गजल गायकी में तेजी से पहचान बनाने वाले जे खान मखमली आवाज के मालिक हैं।

भटनेर पोस्ट डेस्क.

बंद आंखों से अगर आप इस आवाज को सुनेंगे तो यकीनन गच्चा खा जाएंगे। आपको कभी गुलाम अली साहब महसूस होंगे तो कभी जगजीत सिंह। सच तो यह है कि आप उस वक्त सुन रहे होते हैं जे खान को। जी हां। पूरा नाम जावेद खान। दरअसल, जे खान का सूफियाना अंदाज सुनने वालों को बरबस आकर्षित करता है। जे खान गजल गायकी में मशहूर हो चुके हैं। मखमली आवाज सबको लुभाती है।

जे खान जब तीसरी जमात में पढ़ाई कर रहे तो स्कूल में स्वाधीनता दिवस पर कार्यक्रम हुआ। जावेद ने पहली बार प्रस्तुति दी। ‘कर चले हम फिदा जानो तन साथियो….’ सुनकर पूरा स्कूल झूम उठा। शिक्षकों ने भी खूब लाड दिया। जब दसवीं कक्षा में थे तो प्रधानाध्यापक थे प्रेम जी। जैसा नाम वैसा स्वभाव। सबको प्रेम करने वाले। उन्होंने जावेद को एक हॉरमोनियम दिया। जे खान ‘भटनेर पोस्ट डॉट कॉम’ से कहते हैं, ‘संगीत की दुनिया में कदम रखा तो पहले उस्ताद बने कृष्ण कुमार-सोमनाथ त्रिपाठी। वे 12 भाषाओं के जानकार थे। वे मूलतः मथुरा के थे। जयपुर में एक कार्यक्रम में सुना और उनका मुरीद हो गया। मन ही मन अपना गुरु मान लिया। बाद में उन्होंने संगीत की बारीकियां समझाईं।’


जे खान के मुताबिक, संगीत के सफर में कई उस्तादों का मार्गदर्शन मिला। इनमें अहमद हुसैन व मोहम्मद हुसैन व पटियाला से ताल्लुक रखने वाले ओंकार सिंह बडाला प्रमुख हैं। बडाला साहब विदेश में रहते हैं। यूनवर्सिटी में पढ़ाते हैं। जे खान अब स्टेज के नामचीन कलाकार बन चुके हैं। देश के विभिन्न शहरों सहित सिंगापुर आदि में प्रस्तुति देते रहते हैं।
आखिर, गजल पर फोकस क्यों ? जे खान कहते हैं, ‘गजल की शायरी दिल को छूती है। इसमें दर्द है, सुकून है, मुहब्बत है, बिछोह है, सब कुछ है। गजल महसूस करने का जरिया है। यही वजह है कि गजल गायक के तौर पर पहचान बनी। हालांकि गजल के अलावा भी काम है। बॉलीवुड से सूफी गीत लिखने का ऑफर मिला। खुद गाते हैं, कंपोज करते हैं।’


वंदे मारतम ने मचाई धूम
जे खान की आवाज में ‘वंदे मारतम’ और ‘सौं तेरी……… मैं तेरी तू भी मेरा हो जा…’ गीत ने संगीत प्रेमियों के दिलों में जगह बनाई। हनुमानगढ़ प्रशासन भी समय-समय पर सहयोग लेता रहता है। पूर्व आईएएस जाकिर हुसैन व पीआरओ सुरेश बिश्नोई आदि ने कई बार मौका दिया।
ये हैं ख्वाहिश
गायक जे खान की ख्वाहिश है कि खुद की प्रोडक्शन कंपनी हो। सिनेमा की तरफ भी रुझान है। एकता कपूर से बातचीत जारी है। जल्दी ही कुछ अच्छी खबर मिले।
जे खान का परिवार
गायक जे खान के पिता शरीफ खान खुद कलाकार रहे हैं। परिवार में माता गुड्डी देवी, भाई पाले खां, बहन रीटा बेगम, पत्नी जस्मिन और बेटी जीया व बेटा अयान हैं। जे खान ने श्रीगंगानगर के एमडी कॉलेज से म्यूजिक में पीजी की डिग्री हासिल की है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *