





भटनेर पोस्ट ब्यूरो.
राजस्थान सरकार अब स्कूली बच्चों को भारतीय सेना के अद्वितीय पराक्रम और देशभक्ति की जीवंत मिसाल ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से परिचित कराने जा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस सैन्य अभियान को प्रदेश के स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करने पर गंभीरता से मंथन हो रहा है। बताया जा रहा है कि जल्द ही एक पाठ्यपुस्तक का प्रकाशन किया जाएगा, जिसका नाम भी ‘सिंदूर’ होगा। इस पहल का उद्देश्य नई पीढ़ी को राष्ट्रीय सुरक्षा, आतंकवाद के विरुद्ध निर्णायक कार्यवाही, और भारतीय सेना की रणनीतिक क्षमता से अवगत कराना है।
यह निर्णय राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के उस दृष्टिकोण के अनुरूप है, जिसमें विद्यार्थियों को केवल अकादमिक ज्ञान ही नहीं, अपितु देश की सामाजिक, सांस्कृतिक व सामरिक पृष्ठभूमि की भी समग्र जानकारी देने पर बल दिया गया है। डिप्टी सीएम पीसी बैरवा ने स्पष्ट किया कि आगामी शैक्षणिक सत्र से प्रदेश में पाठ्यक्रम उन्नयन की योजना बनाई जा रही है, जिसमें ‘ऑपरेशन सिंदूर’ जैसी घटनाओं की अनदेखी नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि विषय विशेषज्ञों की समिति के साथ विचार-विमर्श जारी है और इसके उपरांत इसे औपचारिक रूप से स्कूली सिलेबस में जोड़ा जाएगा।
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के सचिव कैलाश चंद शर्मा बताते हैं कि पाठ्यक्रम संबंधी कोई भी परिवर्तन पाठ्यक्रम समिति की अनुशंसा पर आधारित होता है। समिति यदि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को पाठ्यक्रम में शामिल करने की अनुशंसा करती है, तो आगे की प्रक्रिया उसी के अनुरूप होगी।
क्या था ऑपरेशन सिंदूर?
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए जघन्य आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया था। आतंकियों ने निर्दाेष 26 पर्यटकों को गोलियों से भून डाला। इस बर्बरता के बाद देशभर में गुस्से की लहर दौड़ गई। भारतीय सेना ने इस नरसंहार का सख्त जवाब देने का निर्णय लिया और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान में स्थित आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया। भारतीय सेना की इस साहसी कार्रवाई में सीमापार स्थित आतंकी शिविरों को ध्वस्त कर दिया गया। यह कार्रवाई इतनी प्रभावशाली और निर्णायक थी कि पाकिस्तान की सेना बौखला गई। उसने भारत की सीमाओं में ड्रोन और रॉकेट हमले की कोशिश की, जिसे भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब देकर विफल कर दिया।
तनाव की इस स्थिति के बीच पाकिस्तान के डीजीएमओ ने भारत के डीजीएमओ को फोन कर संघर्षविराम (सीजफायर) की अपील की। बातचीत के बाद दोनों देशों ने सीजफायर की घोषणा की, लेकिन भारत ने स्पष्ट किया कि यदि भविष्य में कोई आतंकी घटना देश के भीतर होती है, तो इसे भारत पर युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा। भारतीय सेना ने यह भी स्पष्ट किया कि ऑपरेशन सिंदूर समाप्त नहीं हुआ है, बल्कि उसे केवल स्थगित किया गया है, आवश्यकता पड़ने पर पुनः सक्रिय किया जा सकता है।
शिक्षा के माध्यम से राष्ट्रभक्ति का बीजारोपण
इस सैन्य अभियान को स्कूली पाठ्यक्रम में सम्मिलित करने का प्रस्ताव केवल एक पाठ जोड़ने की पहल नहीं है, बल्कि यह भावी पीढ़ी के मन में देशभक्ति, सुरक्षा की जागरूकता, और शौर्य की भावना भरने का प्रयास है। विद्यार्थियों को यह बताना कि देश की रक्षा कैसे होती है, आतंकवाद के विरुद्ध कैसे निर्णायक कदम उठाए जाते हैं और सैनिकों का जीवन कितना साहसी व संघर्षपूर्ण होता है, यह आज की आवश्यकता बन चुकी है।



