





भटनेर पोस्ट ब्यूरो.
हनुमानगढ़ नगरपरिषद की सरकारी भूमि पर लगातार हो रहे अवैध कब्जों को लेकर कांग्रेस के निवर्तमान पार्षदों ने मोर्चा खोल दिया। पूर्व उपसभापति अनिल खीचड़ के नेतृत्व में कांग्रेस पार्षदों का प्रतिनिधिमंडल एडीएम उम्मेदीलाल मीणा से मिला और उन्हें ज्ञापन सौंपा। पार्षदों ने नगरपरिषद की लापरवाही पर कड़ी नाराजगी जताते हुए आरोप लगाया कि प्रशासन की निष्क्रियता से भूमाफियाओं के हौसले बुलंद हैं। ज्ञापन में निवर्तमान पार्षद विकास पाल रांगेरा ने स्पष्ट आरोप लगाए कि सुरेशिया क्षेत्र में नगरपरिषद की खाली पड़ी जमीन पर भूमाफिया दिन-दहाड़े अवैध कब्जे कर रहे हैं। रांगेरा ने बताया कि इस गंभीर विषय को लेकर उन्होंने 17 फरवरी 2025 को नगरपरिषद आयुक्त को प्रार्थना पत्र देकर जानकारी दी थी, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
रांगेरा ने प्रशासन की उदासीनता को इस समस्या की जड़ बताया और कहा, ‘यदि समय रहते प्रशासन ने कार्रवाई की होती तो आज ये हालात नहीं होते। भूमाफियाओं के हौसले इतने बुलंद हो चुके हैं कि वे खुलेआम सरकारी जमीन पर अवैध निर्माण कर रहे हैं और नगरपरिषद तमाशा देख रही है।’

नगरपरिषद की मिलीभगत पर उठे सवाल
पार्षदों ने आरोप लगाया कि नगरपरिषद के कुछ अधिकारियों की मिलीभगत के बिना इस तरह के अवैध कब्जे संभव ही नहीं हैं। उन्होंने कहा कि भूमाफिया और अधिकारियों के बीच सांठगांठ के चलते सरकारी जमीनों को बेखौफ हड़पा जा रहा है। पार्षदों ने यह भी आशंका जताई कि अगर समय रहते इस मामले पर रोक नहीं लगाई गई तो आने वाले दिनों में शहर की अन्य सरकारी भूमि भी भूमाफियाओं के शिकंजे में आ जाएगी।
अनिल खीचड़ ने दी आंदोलन की धमकी
पूर्व उपसभापति अनिल खीचड़ ने नगरपरिषद की कार्यशैली पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा, ‘शहर की विकास योजनाओं को बाधित करने वाले अवैध कब्जों को तत्काल हटाया जाना चाहिए। यदि प्रशासन ने जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाया, तो कांग्रेस पार्टी को जन आंदोलन करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।’ खीचड़ ने साफ शब्दों में चेतावनी दी कि इस बार कांग्रेस कार्यकर्ता चुप नहीं बैठेंगे। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि दोषी अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाए और भूमाफियाओं पर सख्त कानूनी कार्रवाई हो।
पार्षदों की एकजुटता और आक्रोश
ज्ञापन सौंपने के दौरान पार्षदों ने एकजुटता दिखाई और नगरपरिषद की निष्क्रियता की कड़ी आलोचना की। कांग्रेस सेवादल जिलाध्यक्ष अश्वनी पारीक, पार्षद विकास रांगेरा, सुनील लोहिया, कुलदीप, विजय अमलानी, और बंशी खन्ना सहित सभी पार्षदों ने आवाज उठाई कि सरकारी भूमि पर अवैध कब्जे से न केवल शहर का सौंदर्य बिगड़ रहा है, बल्कि भविष्य की विकास योजनाओं पर भी ग्रहण लग रहा है।
प्रशासक ने दिया कार्रवाई का आश्वासन
अतिरिक्त जिला कलेक्टर व नगरपरिषद के प्रशासक उम्मेदीलाल मीणा ने कांग्रेस पार्षदों को पूरी जांच का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि मामले की गहन जांच कराई जाएगी और दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा, ‘सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। प्रशासन इस मामले में पूरी पारदर्शिता के साथ कार्रवाई करेगा।’
जनता में बढ़ रही नाराजगी
नगरपरिषद की लापरवाही और भूमाफियाओं की बढ़ती गतिविधियों से शहर की जनता में भी नाराजगी है। लोगों का कहना है कि सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जे होने से शहर का विकास अवरुद्ध हो रहा है और यदि प्रशासन ने समय रहते सख्त कदम नहीं उठाए तो आने वाले समय में हालात और बिगड़ सकते हैं।


