भटनेर पोस्ट ब्यूरो.
हनुमानगढ़ जिले के राजकीय उच्च प्राथमिक संस्कृत विद्यालय को वरिष्ठ उपाध्याय स्तर तक क्रमोन्नत करने के प्रयासों को और बल मिला जब रायसिंहनगर विधायक सोहनलाल नायक व प्राइवेट कॉलेज एसोसिएशन के प्रदेश उपाध्यक्ष तरुण विजय के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने जयपुर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली से मुलाकात की। प्रतिनिधि मंडल में राजस्थान प्राइवेट कॉलेज एसोशिएशन के उपाध्यक्ष तरुण विजय, भटनेर किंग्स क्लब के संरक्षक आशीष विजय, शिक्षाविद् निहालचंद बिश्नोई आदि शामिल थे।
रायसिंहनगर विधायक सोहनलाल नायक बोले-‘यह बड़े दुख की बात है कि हनुमानगढ़ जिला मुख्यालय पर एक भी वरिष्ठ उपाध्याय स्तर का संस्कृत विद्यालय नहीं है। इससे गरीब और जरूरतमंद बच्चों को मजबूरी में कक्षा 8 के बाद संस्कृत विषय छोड़ना पड़ता है। प्राइवेट स्कूल में प्रवेश लेना पड़ता है या आर्थिक तंगी के कारण पढ़ाई ही छोड़नी पड़ती है। हमें संस्कृत शिक्षा का प्रसार और विकास करना चाहिए ताकि हमारी सांस्कृतिक धरोहर सुरक्षित रहे।’
तरुण विजय ने कहा कि संस्कृत भारत की सबसे प्राचीनतम भाषा है और इसका संरक्षण और संवर्धन अत्यंत आवश्यक है। वरिष्ठ उपाध्याय स्तर का विद्यालय बनने से गरीब बच्चों को शिक्षा प्राप्त करने में मदद मिलेगी और यह उनके भविष्य को उज्ज्वल बनाने में सहायक होगा।
आशीष विजय ने कहा कि देवभाषा संस्कृत सभी भाषाओं की जननी है। यह हमारी सांस्कृतिक धरोहर है और हमें इसे संरक्षित रखना चाहिए। संस्कृत विद्यालय की क्रमोन्नति से गरीब बच्चों को शिक्षा प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
शिक्षाविद् निहालचंद बिश्नोई ने कहा कि संस्कृत शिक्षा का प्रसार और विकास हमारी सांस्कृतिक पहचान के लिए महत्वपूर्ण है। हनुमानगढ़ में वरिष्ठ उपाध्याय स्तर का विद्यालय होना अत्यंत आवश्यक है ताकि अधिक से अधिक बच्चे संस्कृत शिक्षा प्राप्त कर सकें और अपने भविष्य को संवार सकें।
प्रतिनिधिमंडल ने नेता प्रतिपक्ष से विद्यालय की क्रमोन्नति की मांग को गंभीरता से उठाने का अनुरोध किया। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने आश्वासन दिया कि यह मांग पूरी तरह से न्यायसंगत है और जिला मुख्यालय पर वरिष्ठ उपाध्याय स्तर का विद्यालय होना आवश्यक है। उन्होंने विश्वास दिलाया कि वे इस मांग को मजबूती से विधानसभा में रखेंगे और शीघ्र ही इस विद्यालय की क्रमोन्नति के आदेश जारी करवाने का प्रयास करेंगे।