पूर्वांचल मूल के लोगों के लिए क्या बोलीं डॉ. सुमन चावला ?

भटनेर पोस्ट डॉट कॉम.
हनुमानगढ़ जंक्शन स्थित माल गोदाम हनुमान मंदिर में 48 घंटे का दो दिवसीय अष्टयाम महायज्ञ की शुरुआत भव्य शोभायात्रा के साथ हुई। हनुमान मंदिर में इस अष्टयाम महायज्ञ की शुरुआत सामाजिक कार्यकर्ता प्रो. सुमन चावला,, महिला थाना प्रभारी कविता पूनिया, बाल कल्याण समिति सदस्य विजय सिंह चौहान, सिटी यूनियन के प्रधान शिवकुमार ने शोभायात्रा में हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। शोभायात्रा में सबसे आगे डीजे की धुन पर नाचते झूमते श्रद्धालु व पीछे पीछे महिलाओं ने सिर पर कलश धारण कर शोभायात्रा की शोभा बढाई। शोभायात्रा में ‘हरे राम, हरे राम राम राम हरे हरे, कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे’ के उद्घोष से पूरा माहौल भक्तिमय बन गया। यज्ञ समिति के सदस्य शिवकुमार ने बताया कि अष्टयाम का अर्थ है आठ पहर। एक दिन-रात में आठ याम होते हैं। इसलिए इसे अष्टयाम से अभिहित किया जाता है। महायज्ञ समष्टि प्रधान होता है। अतः इसमें व्यक्ति के साथ जगत कल्याण और आत्मा का कल्याण निहित रहता है। सुकौशलपूर्ण कर्म ही यज्ञ है और समष्टि संबंध से उसी को महायज्ञ कहते हैं। डॉ. सुमन चावला ने कहाकि पूर्वांचल के लोगों में श्रम, विद्या, ईमानदारी, वफादारी व धर्म के प्रति विशेष लगाव देखा गया है। अपनी संस्कृति को बचाने की ललक भी देखी जाती है। यही श्रेष्ठ मनुष्य के लक्षण हैं। थाना प्रभारी कविता पूनिया ने पूर्वांचल वासियों को शुभकामनाएं दी व 48 घंटे के यज्ञ को महानतम बताते हुए शहर की सुख समृद्धि के लिए कामना की। इस मौके पर चक्रधर कुमार, रंजीत कुमार, विजय कुमार, सुनील कुमार, सुधीर कुमार, अमित कुमार, राजेश मंडल, सुमित सहानी, राधेश्याम गुप्ता, राजेन्द्र चतुर्वेदी, मुकेश गुप्ता का विशेष सहयोग रहा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *