विकास, संवाद और भाजपा में समरसता की उम्मीद लेकर आ रहा है मुख्यमंत्री का दौरा, जानिए…. कैसे ?

भटनेर पोस्ट डेस्क.
हनुमानगढ़, 8 अप्रैल को एक खास दिन की ओर बढ़ रहा है, जब राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पहली बार जिले के दौरे पर आ रहे हैं। दोपहर 1 बजे मुख्यमंत्री के हनुमानगढ़ पहुंचने की संभावना है, और प्रशासनिक स्तर से लेकर राजनीतिक गलियारों तक हलचल तेज हो गई है। तैयारियां जोरों पर हैं। प्रशासन अपनी मुस्तैदी दिखा रहा है, तो भारतीय जनता पार्टी के विभिन्न गुट इस दौरे को लेकर अपने-अपने स्तर पर सक्रिय हैं। मुख्यमंत्री के इस दौरे का एजेंडा काफी व्यस्त और क्षेत्रीय महत्व से भरा हुआ है। लोहागढ़ हैड, लखूवाली हैड, जीडीसी (गंग कैनाल डिस्ट्रीब्यूटरी), और नाली पुल का निरीक्षण इस बात की ओर संकेत करता है कि सरकार जल प्रबंधन और सिंचाई सुविधाओं को प्राथमिकता देने के मूड में है। इसके बाद मुख्यमंत्री सर्किट हाउस में नहरी क्षेत्र के किसानों से संवाद करेंगे। यह इस दौरे का सबसे महत्वपूर्ण पक्ष माना जा रहा है। नहरी पानी, फसल बीमा, विद्युत आपूर्ति और समर्थन मूल्य जैसे जमीनी मुद्दों पर किसान मुख्यमंत्री से क्या उम्मीदें रखेंगे और उन्हें क्या आश्वासन मिलेगा, इस पर सभी की नजरें टिकी हैं। माना जा रहा है विधानसभा और लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद भाजपा हनुमानगढ़-श्रीगंगानर जिले को साधने की कोशिश में है।
राजनीतिक समीकरण और भाजपा की एकता की परीक्षा
सीएम का यह दौरा प्रशासनिक कार्यों से कहीं अधिक राजनीतिक मायनों से भी भरा हुआ है। हनुमानगढ़ जिले में भाजपा लंबे समय से गुटबाजी का शिकार रही है। पार्टी के भीतर अलग-अलग खेमों की खींचतान और अंतर्कलह कभी सार्वजनिक मंचों पर भी दिखाई देती रही है। अब जब मुख्यमंत्री खुद जिले में आ रहे हैं, तो यह देखा जाना रोचक होगा कि क्या सभी गुट एक साथ खड़े होकर पार्टी की एकजुटता का संदेश देंगे, या स्वागत समारोहों के माध्यम से अपनी-अपनी ताकत दिखाने की कोशिश करेंगे? राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अगर मुख्यमंत्री सभी गुटों को साथ लेकर चलते हैं और संगठनात्मक समरसता का संकेत देते हैं, तो यह दौरा न केवल प्रशासनिक बल्कि भाजपा की आंतरिक मजबूती के लिहाज से भी मील का पत्थर साबित हो सकता है।
क्या मिलेगी कोई बड़ी सौगात?
हर मुख्यमंत्री दौरे के साथ आमजन की कुछ उम्मीदें भी जुड़ जाती हैं। लोग सोच रहे हैं, क्या इस बार हनुमानगढ़ को कोई बड़ी सौगात मिलेगी? मुख्यमंत्री के साथ विभागीय अधिकारी भी रहेंगे, ऐसे में कुछ नई परियोजनाओं या घोषणाओं की संभावनाएं भी प्रबल हो जाती हैं।
शाम 6 बजे श्रीगंगानगर रवाना होंगे मुख्यमंत्री
अपने दौरे के अंत में मुख्यमंत्री शाम 6 बजे सर्किट हाउस से रवाना होकर श्रीगंगानगर जाएंगे, जहां वे रात्रि विश्राम करेंगे। सूत्रों का कहना है कि हनुमानगढ़ में मुख्यमंत्री जो भी संदेश, सौगात और संकेत छोड़ जाएंगे, उनका असर लंबे समय तक यहां की राजनीति और विकास यात्रा में देखा जाएगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *