



भटनेर पोस्ट सिटी डेस्क.
चैत्र नवरात्रि के पावन अवसर पर हनुमानगढ़ का ऐतिहासिक मां भद्रकाली मेला श्रद्धा और आस्था का अनूठा संगम बन गया है। माता के दरबार में इन दिनों भक्तों का रेला उमड़ पड़ा है। हर कोई माता के चरणों में शीश नवाकर सुख, शांति और समृद्धि की कामना कर रहा है। मेले में राजस्थान ही नहीं, बल्कि पड़ोसी राज्यों से भी श्रद्धालु माता के दर्शन करने के लिए बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। हनुमानगढ़ सेवा समिति (भारत क्लब) ने हमेशा की तरह इस बार भी मेले में श्रद्धालुओं की सुविधा का ध्यान रखते हुए अनेक व्यवस्थाएं की हैं। समिति के कार्यकर्ताओं द्वारा खोया-पाया केंद्र, चिकित्सा सेवा, पेयजल, निशुल्क जूता घर, और भंडारे जैसी व्यवस्थाओं का संचालन किया जा रहा है, जिससे लाखों भक्तों को सहजता और सुविधा का अनुभव हो रहा है। वर्ष 1984 से लगातार समिति का यह सेवा अभियान अनवरत जारी है।
भंडारे का शुभारंभ और कन्या पूजन
प्रथम नवरात्रि से ही भंडारे का आयोजन शुरू हो गया, जो श्रद्धालुओं के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। समाजसेवी नीरज गोयल और अनिल बंसल ने अपने परिवार के साथ कन्या पूजन कर दूसरे दिन के भंडारे का शुभारंभ किया। भक्तगण मां भद्रकाली के दर्शन के बाद भंडारे का प्रसाद ग्रहण कर पुण्य लाभ कमा रहे हैं। भंडारे का समापन अष्टमी को किया जाएगा, लेकिन इस दौरान सेवा भाव और समर्पण का सिलसिला लगातार जारी रहेगा।
रामनवमी पर मेला अपने शिखर पर
रामनवमी (06 अप्रैल) के दिन मेला अपने चरम पर पहुंचेगा, जब लाखों की संख्या में श्रद्धालु माता के दर्शन के लिए हनुमानगढ़ पहुंचेंगे। इस दिन मेले में आस्था का अद्भुत नजारा देखने को मिलेगा, जब हर ओर जयकारों की गूंज से वातावरण भक्तिमय हो उठेगा।
सेवा समिति की निस्वार्थ सेवा से मिल रहे बिछड़े बच्चे और सामान
सचिव सुनील धूड़िया बताते हैं कि समिति द्वारा खोया-पाया केंद्र की व्यवस्थाएं इतनी प्रभावी हैं कि मेले में अब तक कई छोटे बच्चों को उनके परिवार से मिलाया जा चुका है। वहीं, श्रद्धालुओं का खोया हुआ सामान भी सच्चे मालिक तक पहुंचाया जा रहा है। समिति के कार्यकर्ताओं का समर्पण और सेवाभाव श्रद्धालुओं का मन मोह रहा है।
समर्पित कार्यकर्ता कर रहे हैं निःस्वार्थ सेवा
हनुमानगढ़ सेवा समिति के अध्यक्ष मदन गोपाल जिंदल के नेतृत्व में रामकुमार मंगवाना, सुनील धूड़िया, अनिल जिंदल, नितिन बंसल, मनीशंकर जलंधरा, अजय शर्मा, देवीलाल पेंटर, गणेश बागड़ी, चंचल पारीक, डॉक्टर संतोख सिंह, रमेश काठपाल, जयकिशन सोनी, सुरेश अग्रवाल, रूबी पाहवा, नवीन मिड्ढा, रंजन सैन, विकास कालड़ा, बजरंग सिंह, मोहित जिंदल सहित अनेक कार्यकर्ता अपनी सेवाओं से माता के भक्तों की सहायता कर रहे हैं।
आस्था और सेवा का अनूठा संगम
हनुमानगढ़ में आयोजित मां भद्रकाली मेला न सिर्फ श्रद्धा का केंद्र बना हुआ है, बल्कि यहां सेवा और समर्पण की मिसाल भी कायम हो रही है। हनुमानगढ़ सेवा समिति की अनवरत सेवाएं न सिर्फ मेले को सुव्यवस्थित बनाए हुए हैं, बल्कि हजारों भक्तों की श्रद्धा और विश्वास को भी बल दे रही हैं। माता के दरबार में आकर भक्त न केवल आशीर्वाद पा रहे हैं, बल्कि समर्पण और सेवा की भावना से भी ओत-प्रोत हो रहे हैं।

