





भटनेर पोस्ट डेस्क.
हनुमानगढ़ जिला प्रशासन की सक्रियता और कार्यसंस्कृति में सुधार की दिशा में एक अहम कदम उठाते हुए जिला कलक्टर डॉ. खुशाल यादव ने जिला कलक्ट्रेट परिसर का व्यापक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने न केवल परिसर की साफ-सफाई और सौंदर्यीकरण की मौजूदा स्थिति का जायजा लिया, बल्कि भविष्य की आवश्यकताओं और सुधारों को ध्यान में रखते हुए स्पष्ट और ठोस निर्देश भी जारी किए। निरीक्षण के दौरान डॉ. यादव का ध्यान विशेष रूप से अधिवक्ताओं के चैम्बर्स और कलक्ट्रेट भवन के पिछले हिस्से की ओर गया, जहां सफाई व्यवस्था और सुरक्षा उपायों की कमी सामने आई। उन्होंने नाराजगी दिखाते हुए निर्देश दिया कि अधिवक्ताओं के चैम्बर्स के आसपास नियमित रूप से सफाई कराई जाए और इस क्षेत्र को स्वच्छ व व्यवस्थित बनाए रखने के लिए एक तय शेड्यूल तैयार किया जाए। साथ ही, परिसर की हरियाली को बढ़ावा देने हेतु पौधारोपण अभियान शुरू करने के निर्देश भी दिए गए, ताकि कलक्ट्रेट क्षेत्र को न केवल प्रदूषणमुक्त बल्कि सौंदर्यपूर्ण रूप भी दिया जा सके।
डॉ. यादव ने कलक्ट्रेट के पिछले हिस्से में स्थित ट्रांसफार्मरों और विद्युत मीटरों के खुले रहने पर गंभीर चिंता जताई। उन्होंने स्पष्ट रूप से निर्देश दिया कि सुरक्षा की दृष्टि से इन महत्वपूर्ण उपकरणों को चारों ओर से बैरिकेडिंग कर सुरक्षित किया जाए, ताकि किसी भी प्रकार की दुर्घटना की संभावना को रोका जा सके। इसके साथ ही, इस क्षेत्र में आने-जाने वाले नागरिकों और कर्मचारियों की सुविधा हेतु बेंच, टेबल आदि की समुचित व्यवस्था करने की बात कही।
परिसर में फैले झाड़-झंखाड़ और बेतरतीब कचरे को हटाकर समुचित सफाई कराने के आदेश देते हुए कलक्टर ने यह सुनिश्चित करने को कहा कि भविष्य में कोई भी हिस्सा उपेक्षित न रहे। उन्होंने परिसर को साफ-सुथरा और अनुशासित बनाए रखने के लिए स्थायी तंत्र विकसित करने का सुझाव भी अधिकारियों को दिया। इसके अतिरिक्त, डॉ. यादव ने सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी आमजन तक पहुंचाने के उद्देश्य से कलक्ट्रेट परिसर में सूचनात्मक बोर्ड और पोस्टर लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ये बोर्ड न केवल आकर्षक डिज़ाइन में होने चाहिए, बल्कि उनमें दी जाने वाली जानकारी भी आमजन की भाषा और समझ के अनुरूप होनी चाहिए। इससे सरकारी योजनाओं का अधिकाधिक लाभ नागरिकों तक पहुंच सकेगा।
निरीक्षण के दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर उम्मेदीलाल मीणा सहित संबंधित विभागों के कई अधिकारी मौजूद रहे। अधिकारियों को संबोधित करते हुए डॉ. यादव ने कहा, ‘जिला मुख्यालय का प्रशासनिक परिसर केवल कार्यालयों का समूह नहीं होता, बल्कि यह जिले की कार्यसंस्कृति, अनुशासन और प्रशासनिक संवेदनशीलता का प्रतिबिंब होता है। अतः इसकी सफाई, सुरक्षा और सौंदर्य सर्वोपरि है।’





