भटनेर पोस्ट न्यूज. नई दिल्ली.
संसद में लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही के दौरान कांग्रेस के सांसद काले कपड़े में सदन में पहुंचे। वे राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द किए जाने का विरोध कर रहे हैं। इसके बाद कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी दलों के प्रतिनिधियों ने एकजुटता दिखाते हुए मोदी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। खास बात है कि इस प्रदर्शन में टीएमसी नेताओं ने भी भाग लिया। आमतौर पर टीमएमसी कांग्रेस-भाजपा के खिलाफ थर्ड फ्रंट को आकार देने के प्रयासों में जुटी है। ऐसे में टीएमसी का कांग्रेस को समर्थन करने पर सियासी चर्चाएं जोरों पर हैं। राजनीतिक जानकारों की मानें तो जिस तरह 17 दलों के नेता आज मोदी सरकार के खिलाफ एकजुट हुए हैं, यह भाजपा खासकर पीएम नरेंद्र मोदी के लिए ये खतरे की घंटी है। अभी तक विपक्ष बिखरा हुआ था जो अब एकजुट होने लगा है। काबिलेगौर है कि मोदी सरनेम मामले में सूरत की अदालत ने राहुल को 2 साल की सजा सुनाई थी। इसके बाद लोकसभा में राहुल की सदस्यता खत्म हो गई। कांग्रेस पार्टी ने राहुल गांधी की सदस्यता खत्म करने के खिलाफ एक बड़ी रणनीतिक बैठक बुलाई थी। इस बैठक में टीएमसी की तरफ से प्रसून बनर्जी और जवाहर सरकार ने भाग लिया।