भटनेर पोस्ट न्यूज. जयपुर.
कांग्रेस अब मोदी सरकार के खिलाफ आर-पार के संघर्ष के मूड में है। मान हानि के एक मामले में राहुल गांधी को दो साल की सजा सुनाए जाने के बाद कांग्रेस ने मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि देश में आपत्तिजनक बयानों के लिए भाजपा के नेता बद से बदनाम हैं लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती लेकिन राहुल गांधी को पिछले आठ सालों से बेवजह परेशान किया जा रहा। सीबीआई, ईडी, चुनाव आयोग यहां तक कि न्यायपालिका को कब्जे में लेने की कोशिश चल रही है। इससे देश में लोकतंत्र की जगह तानाशाही की स्थिति बनने लगी है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहाकि कांग्रेस ने अंग्रेजी हुकूमत को बाहर का रास्ता दिखाया है तो फिर मोदी-शाह की बिसात ही क्या है। इस बीच, पार्टी के तमाम कार्यकर्ता और नेता राहुल गांधी के समर्थन में उतर आए हैं। कांग्रेस पार्टी के तमाम नेताओं ने केंद्र की मोदी सरकार पर बदले की भावना से काम करने और राहुल गांधी के खिलाफ संवैधानिक संस्थाओं के दुरुपयोग करने के आरोप लगाए हैं। संवैधानिक संस्थाओं के दुरुपयोग के विरोध में प्रदेश कांग्रेस की ओर से शुक्रवार को सिविल लाइन्स फाटक पर प्रदर्शन करके राजभवन का घेराव किया जाएगा। दोपहर 2 पार्टी के तमाम कार्यकर्ता सिविल लाइंस फाटक पर इकट्ठा होंगे और केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने के पश्चात राजभवन का घेराव करेंगे। राजभवन घेराव में प्रदेश प्रभारी सुखविंदर सिंह रंधावा,प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, जयपुर शहर कांग्रेस के निवर्तमान अध्यक्ष और कैबिनेट मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास, महेश जोशी, सहित पार्टी के विधायक, पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल होंगे। बताया जाता है कि सिविल लाइंस फाटक पर आज प्रदर्शन करने के पश्चात आगामी दिनों में जिला और ब्लॉक लेवल पर भी पार्टी मोदी सरकार के खिलाफ धरने प्रदर्शन करेगी। कांग्रेस नेताओं का मानना है कि मोदी-शाह की जोड़ी को मुंहतोड़ जवाब नहीं दिया गया तो आने वाले समय में देश गंभीर संवैधानिक संकट में फंस जाएगा।