भटनेर पोस्ट न्यूज. हनुमानगढ़.
जिले के लिए जुलाई का महीना बेहद खास माना जाता है। एक बड़ा कारण है जुलाई के महीने में ही हनुमानगढ़ का जिला बनना। अब जुलाई से ही राजकीय मेडिकल कॉलेज में स्टूडेंट्स पढ़ाई शुरू कर सकेंगे। नवां फाटक के पास मेडिकल कॉलेज भवन निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। कैम्पस में बिजली के जीएसएस व पेयजल आपूर्ति व्यवस्था को लेकर प्रयास जोरों पर है। कैम्पस में धर्मशाला, कैंटीन व पुलिस चौकी आदि को लेकर भी तैयारियां चल रही हैं। कॉलेज कैम्पस में शैक्षणिक, रेजीडेंट, नर्सेज, इंटर्न छात्रावास, स्टाफ के लिए आवास व खेलकूद मैदान की सुविधा रहेगी। देखा जाए तो लोगों को मेडिकल कॉलेज शुरू होने का बेसब्री से इंतजार है।
इस वक्त हनुमानगढ़ जिले में न्यूरो सर्जन उपलब्ध नहीं। दुर्घटना पीड़ितों को बीकानेर जाने के लिए मजबूर होना पड़ता है। इसके अलवा हार्ट व पेट संबंधी रोगों का निदान हो सकेगा। कॉलेज में 100 सीटें आरक्षित की गई हैं यानी हर साल 100 स्टूडेंट्स एमबीबीएस की डिग्री हासिल करने के लिए एडमिशन ले सकेंगे। स्टाफ के लिए भर्ती प्रक्रिया पूरी होने तक जिला अस्पताल के 40 डॉक्टर्स अपनी सेवाएं देंगे। ब्यॉज व गर्ल्स के लिए अलग-अलग हॉस्टल की सुविधा रहेगी। उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक, कॉलेज के उद्घाटन को लेकर तारीख तय नहीं हुई है लेकिन जुलाई में शैक्षणिक सत्र शुरू हो जाएगा, इसकी पूरी संभावना है।
300 बैड के अस्पताल में यह सुविधा
मेडिकल कॉलेज के साथ इसमें 300 बेड का अस्पताल निर्माण भी चल रहा है। इस पर करीब 107.09 करोड़ रुपए खर्च होंगे। प्रत्येक तल पर 6000 स्केयर मीटर में निर्माण होगा। तीस हजार स्केयर मीटर क्षेत्र में पांच मंजिला इमारत का निर्माण चल रहा है। इसमें आउटडोर, इंडोर, सीटी स्केन, एमआरआई व लैब कक्ष का निर्माण चल रहा है। ग्राउंड फ्लोर पर पंजीयन काउंटर, औषधि वितरण केंद्र, तीस बैड का आपातकालीन कक्ष व रेडियोलॉजी डिपार्टमेंट रहेगा। इसी के तहत सीटी स्कैन, एमआरआई व सोनोग्राफी आदि की सुविधा उपलब्ध होगी।