




गोपाल झा.
दीपोत्सव। अपने भीतर एक अनुपम आभा समेटे है। यह केवल दीप जलाने का पर्व नहीं, बल्कि आत्मा के अंधकार को प्रकाश में रूपांतरित करने की साधना है। मनुष्य जब दीप जलाता है, तो वस्तुतः वह अपनी आत्मा में भटके प्रकाश को दिशा देता है। यही दीपोत्सव का रहस्य है, भीतर और बाहर, दोनों ओर उजियारा फैलाना। प्रकाश का महत्व जीवन से जुदा नहीं किया जा सकता। जहाँ प्रकाश नहीं, वहाँ न जीवन है, न चेतना, न सौंदेर्य।

अंधकार मनुष्य के भीतर भय, संशय और निराशा भर देता है, जबकि प्रकाश उसमें विश्वास, ऊर्जा और आशा का संचार करता है। शायद इसी कारण मनुष्य सदा अंधेरे से भागता है और प्रकाश की ओर लौटने को आतुर रहता है। यही व्याकुलता उसे दीप जलाने के लिए प्रेरित करती है, हर बार, हर दीपावली पर।

भारत की संस्कृति मूलतः उत्सवधर्मी है। यहाँ जीवन को बोझ नहीं, उत्सव माना गया है। हर महीने कोई न कोई पर्व हमें याद दिलाता है कि जीवन में आनंद, रंग और रस का होना कितना आवश्यक है। यही वह संस्कृति है जो जीने की कला सिखाती है, कभी उपवास के माध्यम से संयम, तो कभी दीपोत्सव के माध्यम से प्रकाश का उत्सव मनाना।

दीपोत्सव पाँच दिनों का महापर्व है, धनतेरस, नरक चतुर्दशी, दीपावली, गोवर्धन पूजा और भाईदूज। हर दिन एक संदेश लेकर आता है। धनतेरस से हम सीखते हैं स्वास्थ्य और समृद्धि का महत्व; नरक चतुर्दशी हमें अंधकार और आलस्य से मुक्ति का संकेत देती है; दीपावली हमें आत्मा के दीप जलाने की प्रेरणा देती है; गोवर्धन पूजा प्रकृति के प्रति कृतज्ञता का भाव जगाती है; और भाईदूज रिश्तों की ऊष्मा को सहेजने का उत्सव है। इन पाँचों दिनों में जीवन के पाँच सूत्र छिपे हैं, स्वास्थ्य, शुद्धता, आध्यात्मिकता, प्रकृति-संरक्षण और संबंधों की प्रगाढ़ता।

हमारा मंत्र सदियों से रहा है, ‘रूपं देहि, जयं देहि, यशो देहि, द्विषो जेहि।’ अर्थात्, हमें रूप चाहिए, विजय चाहिए, यश चाहिए और अपने दोषों पर विजय चाहिए। दीपोत्सव इसी साधना का प्रतीक है, जीवन में सौंदर्य हो, कर्म में विजय हो, व्यक्तित्व में यश हो और हृदय में प्रकाश।

आइए, इस दीपोत्सव पर हम केवल अपने घरों को ही नहीं, अपने मन को भी आलोकित करें। कहा भी है, ‘चराग दिल का जलाओ, बहुत अंधेरा है’। लिहाजा, अपने भीतर के अंधेरों को पहचानें और उन्हें ज्ञान, प्रेम व करुणा के प्रकाश से भर दें। जब हर व्यक्ति एक दीप बनेगा, तभी यह संसार सचमुच प्रकाशमय होगा। दीपोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएं।
-लेखक भटनेर पोस्ट मीडिया ग्रुप के चीफ एडिटर हैं



