






भटनेर पोस्ट ब्यूरो.
संसद भवन में 9 सितंबर को हुए उपराष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार और महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन ने शानदार जीत दर्ज की। राज्यसभा के महासचिव एवं निर्वाचन अधिकारी पी.सी. मोदी ने परिणाम घोषित करते हुए बताया कि राधाकृष्णन को 452 प्रथम वरीयता के मत मिले, जबकि विपक्षी इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार सुदर्शन रेड्डी को 300 वोट मिले। चुनाव परिणाम ने एक बार फिर संसद में एनडीए की संख्या बल को साबित कर दिया। राधाकृष्णन ने रेड्डी को 152 मतों से हराया।

इंडिया गठबंधन: लोकसभा में 235 व राज्यसभा में 84 सदस्य हैं यानी कुल 319 सदस्यो ंके बावजूद महज 300 वोट मिले।
एनडीए गठबंधन: लोकसभा में 294, राज्यसभा में 128 यानी कुल 422 सदस्य हैं लेकिन 452 वोट मिले। इससे साफ है कि विपक्ष के कुछ वोट इधर-उधर हुए, वहीं एनडीए को अतिरिक्त समर्थन भी मिला।

निर्वाचक मंडल में लोकसभा व राज्यसभा मिलाकर कुल 788 सदस्य होने चाहिए थे, लेकिन रिक्तियों के चलते संख्या 781 रही। बीजू जनता दल (बीजद), भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) और शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने मतदान से दूरी बनाई।

उप-राष्ट्रपति पद के चुनाव का कारण मौजूदा उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का अचानक इस्तीफा रहा। उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर दो वर्ष शेष रहते ही पद छोड़ दिया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया था। राजनीति और प्रशासनिक अनुभव के धनी सी.पी. राधाकृष्णन से उम्मीद की जा रही है कि वे संसद की मर्यादा और संवाद की परंपरा को नई ऊँचाइयों पर ले जाएंगे।



