








भटनेर पोस्ट ब्यूरो.
आज़ादी के आंदोलन से लेकर लोकतंत्र और संविधान की रक्षा तक कांग्रेस सेवादल की पहचान हमेशा संघर्ष, सेवा और अनुशासन से रही है। इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए हनुमानगढ़ में तीन दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण शिविर की शुरुआत हुई, जहां कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने गांधीवादी विचारधारा, संगठन की मजबूती और झूठे प्रचार के खिलाफ सच्चाई की लड़ाई पर जोर दिया। टाउन स्थित भटनेर पैलेस में शिविर की शुरुआत कांग्रेस कार्यकर्ताओं के जोश और देशहित के संकल्प के साथ हुई।

मुख्य अतिथि विधायक अमित चाचाण ने उद्घाटन सत्र में कहा कि कांग्रेस सेवादल पार्टी की रीढ़ की हड्डी है, जिसने स्वतंत्रता संग्राम से लेकर आज तक राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार संगठन को सक्रिय किया जा रहा है, वह न केवल कांग्रेस बल्कि देश के लिए भी शुभ संकेत है। गांधीवाद की खूबसूरती और उसकी प्रासंगिकता को आम जनता तक पहुंचाने का श्रेय सेवादल को है। यही कारण है कि गांधी के विचार हर दौर में प्रेरणास्पद और मार्गदर्शक बने रहेंगे।

राजस्थान युवा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष पवन गोदारा ने शिविर को ऐतिहासिक बताया। उन्होंने कहा कि ढाई दशक बाद हनुमानगढ़ में आयोजित यह आवासीय प्रशिक्षण शिविर कांग्रेस संगठन के लिए मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने याद दिलाया कि आज़ादी से पहले सेवादल ने अंग्रेजों के खिलाफ संघर्ष किया और आज वही संगठन संविधान को खत्म करने की साजिश करने वालों के खिलाफ संघर्षरत है। गोदारा ने कहा कि धर्म और जाति के नाम पर समाज को बांटने की कोशिश हो रही है, ऐसे समय में सेवादल की भूमिका और भी अधिक महत्वपूर्ण हो जाती है।

कांगेस सेवादल के प्रदेशाध्यक्ष हेम सिंह शेखावत ने कहा कि आजादी के समय संघर्ष शोषक और शोषित के बीच था, लेकिन आज की मुख्य लड़ाई आरएसएस की विचारधारा बनाम कांग्रेस की विचारधारा के बीच है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सिर्फ स्वतंत्रता दिलाई ही नहीं, बल्कि देश को एकजुट रखने का भरसक प्रयास किया। महात्मा गांधी, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के बलिदान हमें याद दिलाते हैं कि कांग्रेस के लिए राष्ट्र सर्वाेपरि है।

शेखावत ने भाजपा पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि भाजपा संविधान को कमजोर करने पर तुली हुई है। यह लड़ाई प्रचारक बनाम विचारक की है। जहां कांग्रेस विचारक देश को जातिवाद और धार्मिक उन्माद से मुक्त करना चाहते हैं, वहीं भाजपा के प्रचारक झूठ फैलाकर सत्ता हासिल करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, ‘वे दिन-रात झूठ बोलते हैं, झूठ खाते हैं और झूठ ही फैलाते हैं। हमें इन झूठे प्रचारकों को बेनकाब करना होगा।’ उन्होंने जोर देकर कहाकि देश को प्रचारकों के कुचक्र से बचाने के लिए विचारकों को आगे आने की जरूरत है।

पीसीसी सदस्य भूपेंद्र चौधरी ने कहा कि शिविर का महत्व केवल सैद्धांतिक नहीं बल्कि व्यावहारिक भी है। जब कार्यकर्ता आपस में बैठकर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा और चिंतन करेंगे तो इसके सकारात्मक परिणाम संगठन को मजबूत बनाएंगे। उन्होंने जिलाध्यक्ष अश्विनी पारीक की संगठनात्मक क्षमता की सराहना करते हुए कहा कि उनसे संगठन को बड़ी उम्मीदें हैं।

कांग्रेस सेवादल के जिलाध्यक्ष अश्विनी पारीक ने कहा कि बीते 11 वर्षों में देश को कई स्तरों पर बर्बाद किया गया है, ऐसे में कांग्रेस की जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। हर कार्यकर्ता का फर्ज है कि वह एकजुट होकर देश को गुमराह करने वाली ताकतों का मुकाबला करे। उन्होंने कहा कि हनुमानगढ़ में आयोजित यह शिविर कार्यकर्ताओं के लिए संजीवनी का काम करेगा और संगठन को नई ऊर्जा देगा।

शिविर के दौरान वक्ताओं ने इस बात पर जोर दिया कि सेवादल का महत्व केवल संगठनात्मक ढांचे तक सीमित नहीं है, बल्कि यह कार्यकर्ताओं को अनुशासन, एकजुटता और सेवा की भावना से जोड़ता है। कांग्रेस विचारधारा की जड़ें लोकतांत्रिक मूल्यों और संवैधानिक सिद्धांतों में हैं, और यही इसे भाजपा की विचारधारा से अलग करती हैं।

इस मौके पर जिला प्रमुख कविता मेघवाल, पीसीसी सचिव मनीष मक्कासर, उप जिला प्रमुख मुकेश सहारण, पूर्व प्रधान जयदेव भिड़ासरा, डीसीसी के पूर्व कोषाध्यक्ष कृष्ण जैन, जिला संगठन महामंत्री गुरमीत चंदड़ा, भामाशाह भीम सिंह शेखावत, बदरुद्दीन टाक, महिला जिलाध्यक्ष सुलोचना बावरी, सेवादल के पूर्व जिलाध्यक्ष मनोज सैनी और सुखपाल सिंह सहित अनेक वरिष्ठ नेता उपस्थित रहे। शिविर की व्यवस्थाओं में सेवादल के अनिल तिवाड़ी, महेंद्र चतुर्वेदी, धर्मेन्द्र बजाज, बंसी खन्ना, लोकेंद्र भाटी, शिशुपाल, राजेंद्र गोदारा और इशाक चायणान की विशेष भूमिका रही।
सेवादल के अनिल तिवाड़ी ने कहाकि हनुमानगढ़ में आयोजित कांग्रेस सेवादल का यह तीन दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण शिविर न केवल संगठन को नई दिशा देगा, बल्कि कार्यकर्ताओं के बीच विचार और अनुशासन की नई चेतना भी जगाएगा। गांधीवादी विचारधारा की मजबूती, संविधान की रक्षा और झूठे प्रचारों के खिलाफ सच की लड़ाई इस शिविर का केंद्रीय संदेश बनकर उभरी। हनुमानगढ़ की धरती से उठी यह गूंज कांग्रेस संगठन को नई ऊर्जा और देश के लोकतांत्रिक मूल्यों को सुदृढ़ करने का संकल्प देती है।


