






भटनेर पोस्ट ब्यूरो.
हनुमानगढ़ जिला मुख्यालय पर 08 अगस्त को रक्षाबंधन जैसे महत्वपूर्ण त्योहार के दिन बिजली विभाग द्वारा 33 केवी लाइन को कथित रूप से जानबूझकर लगभग छह घंटे तक बंद रखने का मामला अब राजनीतिक गलियारों में गूंजने लगा है। इस घटना को लेकर आमजन में भारी असंतोष व्याप्त है और इसे लेकर राजस्थान विधानसभा में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव भी प्रस्तुत किया गया है।

हनुमानगढ़ विधायक गणेशराज बंसल ने इस मुद्दे पर गंभीर सवाल उठाते हुए ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर से स्पष्टीकरण मांगा है। उन्होंने कहा कि त्योहार के दिन जानबूझकर बिजली काटना न सिर्फ प्रशासनिक लापरवाही है, बल्कि यह राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित जनविरोधी कार्रवाई प्रतीत होती है।

प्रस्ताव में कहा गया है कि बिजली कटौती के कारण स्थानीय नागरिकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। व्यापार ठप हो गया और जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। विधायक बंसल ने आरोप लगाया कि लोकतांत्रिक व्यवस्था पर सीधा प्रहार करते हुए जनता को राजनैतिक कारणों से प्रताड़ित किया गया है।

विधायक ने मांग की है कि इस घटना की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए और दोषी अधिकारियों एवं जिम्मेदार व्यक्तियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाए। साथ ही भविष्य में जनता को इस तरह की समस्याओं से बचाने के लिए ठोस एवं प्रभावी व्यवस्था बनाई जाए।

विधायक गणेशराज बंसल ने कहा कि इस गंभीर एवं तत्कालीन लोक महत्व के विषय पर सरकार को तुरंत संज्ञान लेना चाहिए और जनता को आश्वस्त करना चाहिए कि बिजली जैसी मूलभूत सुविधा को राजनीतिक हथियार नहीं बनाया जाएगा। इस मुद्दे पर विधानसभा में चर्चा होने की संभावना है और अब सबकी निगाहें ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर के जवाब पर टिकी हुई हैं।

गौरतलब है कि जोधपुर डिस्कॉम के एक एईएन और भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष के बीच तकरार के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया था। इसके बाद विधायक के समर्थकों ने बिजली विभाग के कार्यालय के सामने तक ‘चप्पल मार्च’ निकाला था।




