





भटनेर पोस्ट ब्यूरो.
हनुमानगढ़ कांग्रेस सेवादल में संगठनात्मक मजबूती की दिशा में एक सशक्त कदम उठाते हुए जिलाध्यक्ष अश्विनी पारीक ने अपने संकल्प, संगठन के प्रति निष्ठा और निष्क्रियता के प्रति सख्त रुख का परिचय दिया है। जिले में सेवादल को सक्रिय और परिणामोन्मुख बनाने के लक्ष्य के साथ पारीक ने कुछ बड़े बदलाव किए हैं, जिनकी सराहना संगठन के उच्च स्तर तक हो रही है। पारीक ने हनुमानगढ़ शहर और देहात के ब्लॉक अध्यक्षों को बदलते हुए साफ संकेत दे दिया है कि निष्क्रियता अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उनका स्पष्ट कहना है कि जब किसी ब्लॉक अध्यक्ष की गतिविधियां शिथिल हो जाती हैं, तो उसका सीधा असर उस क्षेत्र में पार्टी की ताकत पर पड़ता है। यही कारण रहा कि तीन बार की लगातार मीटिंगों में अनुपस्थित रहने वाले ब्लॉक अध्यक्षों को हटाते हुए उन्होंने हनुमानगढ़ शहर से संजय होटला और हनुमानगढ़ देहात से उष्णाक मोहम्मद को जिम्मेदारी देने की अनुशंसा की है।
यही नहीं, संगठन में नई स्फूर्ति भरते हुए पारीक ने अन्य ब्लॉकों में भी योग्य और सक्रिय कार्यकर्ताओं को आगे लाने की कोशिश की है। भादरा शहर से कृष्ण जांगिड़, भादरा देहात से सुरेन्द्र गोदारा, नोहर शहर से मुकेश पंडा, रावतसर से संदीप सोनी, पीलीबंगा से भगवाना राम लखूवाली और संगरिया से प्रकाश ढोली के नामों को उन्होंने राजस्थान प्रदेश कांग्रेस सेवादल के प्रदेशाध्यक्ष हेमसिंह शेखावत को प्रेषित करते हुए इनकी नियुक्ति की अनुशंसा की है।
इन नियुक्तियों के पीछे केवल नामों की अदला-बदली नहीं, बल्कि संगठन को नई दिशा देने की मंशा स्पष्ट झलकती है। पारीक पहले भी साक्षात्कार के माध्यम से जिला कार्यकारिणी का गठन कर चुके हैं और तब भी उनकी पारदर्शिता और कर्मठ कार्यकर्ताओं को वरीयता देने की नीति की चर्चा संगठन में खूब हुई थी। अब एक बार फिर उन्होंने बताया है कि जनवरी से अप्रैल तक की परफॉर्मेंस रिपोर्ट के आधार पर जिला कार्यकारिणी और अन्य पदों पर नई अनुशंसा जल्द की जाएगी।
इस पूरी प्रक्रिया में पारीक ने सेवादल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालजी देसाई, प्रदेशाध्यक्ष हेमसिंह शेखावत, जॉन प्रभारी कमल कल्ला, संभाग प्रभारी विमल भाटी, जिला प्रभारी भीमराज जाखड़ एवं रिडमल सिंह का हृदय से आभार प्रकट किया है, जिन्होंने हर कदम पर मार्गदर्शन और सहयोग दिया।
यह स्पष्ट है कि कांग्रेस सेवादल हनुमानगढ़ अब एक नए रूप में उभरने को तैयार है, जहां संगठनात्मक अनुशासन, निष्क्रियता के प्रति जीरो टॉलरेंस और कर्मठ कार्यकर्ताओं को उचित सम्मान की त्रिवेणी बह रही है। जिलाध्यक्ष अश्विनी पारीक की यह पहल निश्चित रूप से सेवादल को जमीनी स्तर पर और अधिक सक्रिय, संगठित और प्रभावशाली बनाएगी।


