


भटनेर पोस्ट ब्यूरो.
सारस्वत कुंडीय समाज तहसील इकाई हनुमानगढ़ जंक्शन का दीपावली स्नेह मिलन समारोह जंक्शन स्थित सारस्वत भवन में हुआ। अध्यक्षता भीखाराम सारस्वा जोजासर ने की। समाज बंधुओं के सामूहिक गान और मंगलाचरण से पूरे वातावरण में दिव्य ऊर्जा का संचार हुआ। समाजजनों ने क्रमवार अपना परिचय दिया, जिससे आपसी संवाद और आत्मीयता का वातावरण बना। समाज के वरिष्ठ सदस्यों ने दीपावली जैसे पावन अवसर पर एकजुटता और सहयोग की भावना को आगे बढ़ाने का आह्वान किया।

कार्यक्रम में महिला मंडल की सहभागिता विशेष आकर्षण का केंद्र रही। महिलाओं ने समाज की उन्नति में अपनी सक्रिय भूमिका निभाने का संकल्प लिया। इस दौरान तरूणा सारस्वत, आरती सारस्वा, द्रोपदी तावणिया, निर्मला ओझा, राशि ओझा, वंदना शर्मा, कृष्णा सारस्वत और पूनम शर्मा सहित कई महिलाओं ने अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि समाज में शिक्षा, संस्कार और नारी सशक्तिकरण के क्षेत्र में सारस्वत समुदाय सदैव अग्रणी रहा है और इसे आगे भी बनाए रखना होगा।
समाज के प्रबुद्ध वक्ताओं ने कहा कि आज समय की मांग है कि युवा पीढ़ी को शिक्षा, संस्कृति और सामाजिक दायित्व के प्रति प्रेरित किया जाए। इसी कड़ी में वक्ताओं ने समाज के होनहार विद्यार्थियों को आर्थिक एवं शैक्षणिक सहयोग प्रदान करने के लिए एक विशेष सहायता कोष स्थापित करने का प्रस्ताव रखा। उन्होंने कहा कि इस कोष से उन विद्यार्थियों को सहायता दी जाएगी जो उच्च शिक्षा प्राप्त करने के इच्छुक हैं लेकिन आर्थिक अभाव के कारण पिछड़ रहे हैं।

सभा में समाज के अंदर फैली कुछ सामाजिक कुरीतियों पर भी गंभीर चर्चा की गई। एकमत से निर्णय लिया कि समाज के अंदर सरलता, पारदर्शिता और एकता को बढ़ावा देने के लिए समय-समय पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि “एकता ही समाज की शक्ति है, और जब तक समाज संगठित रहेगा, तब तक उसका विकास सुनिश्चित है।”

अध्यक्ष भीखाराम सारस्वा ने कहा कि दीपावली स्नेह मिलन केवल उत्सव का नहीं, बल्कि समाज के आत्मचिंतन और विकास का भी अवसर है। उन्होंने उपस्थित सदस्यों से आग्रह किया कि हर व्यक्ति समाजहित में अपनी भूमिका निभाए और भावी पीढ़ी को मजबूत आधार दे।

कार्यक्रम का संचालन इन्द्रजीत सारस्वा ने किया, जबकि स्वागत भाषण ओमप्रकाश मोट ने दिया। इस अवसर पर रणवीर सारस्वत, शिवकुमार ओझा, कालूराम ओझा, मालचंद सारस्वत, लादूराम तावणिया, ताराचंद सारस्वा, विनोद सारस्वा, कृष्णलाल, शिवप्रकाश ओझा, गिरधारीलाल सारस्वत, भागीरथ तावणिया और शिवरतन तावणिया सहित अनेक समाजजन उपस्थित रहे। अंत में अध्यक्ष कोड़ाराम तावणिया ने आभार जताया।





