



भटनेर पोस्ट ब्यूरो.
राजस्थान के प्रशासनिक नक्शे पर हनुमानगढ़ ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि अगर जज्बा, अनुशासन और जमीनी स्तर पर मेहनत हो, तो कोई लक्ष्य बड़ा नहीं रहता। योजना विभाग (ग्रुप-4) द्वारा वित्तीय वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही तक जारी रैंकिंग में हनुमानगढ़ ने पूरे प्रदेश को पीछे छोड़ते हुए पहला स्थान हासिल किया है। जिले ने बीस सूत्री कार्यक्रम के अंतर्गत अधिकतम 27 अंक अर्जित किए और सभी मानकों पर सौ प्रतिशत सफलता दर्ज कर यह उपलब्धि पाई। विकास की इस दौड़ में पाली ने भी बराबरी की, जबकि श्रीगंगानगर और जैसलमेर जैसे जिले सूची के 32वें पायदान पर अटक गए। योजना विभाग की ताज़ा रैंकिंग ने हनुमानगढ़ को राज्य के सबसे उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले जिलों में शीर्ष पर स्थापित कर दिया है। जिले ने बीस सूत्री कार्यक्रम के अंतर्गत हर बिंदु पर शत-प्रतिशत उपलब्धि दर्ज की, जो प्रशासनिक समन्वय और योजनाओं को धरातल पर उतारने की मजबूत क्षमता का प्रमाण है।

जिला कलेक्टर डॉ. खुशाल यादव बताते हैं, ‘स्वयं सहायता समूहों के गठन में जिले का प्रदर्शन प्रदेशभर में सबसे बेहतर रहा। सूत्र संख्या 01 (स्वयं सहायता समूह गठन) के अंतर्गत मासिक लक्ष्य 175 समूहों के मुकाबले जिले ने 227 समूह बनाकर उल्लेखनीय उपलब्धि दर्ज की। यह केवल लक्ष्य की पूर्ति नहीं, बल्कि ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि है।

रिवॉल्विंग फंड वितरण में भी हनुमानगढ़ पीछे नहीं रहा। 116 समूहों के तय लक्ष्य की तुलना में 132 समूहों को फंड जारी किया गया, जिससे महिलाओं को स्वावलंबन की नई राह मिली। सामुदायिक निवेश फंड में तो जिले ने प्रदर्शन का नया रिकॉर्ड बना दिया, 532 के मासिक लक्ष्य के मुकाबले 854 समूहों को लाभान्वित किया गया। यह संख्या न सिर्फ सफलता का आँकड़ा है, बल्कि स्थानीय समुदायों में विकास की असली गति का प्रतीक भी है।’

कलक्टर डॉ. खुशाल यादव के मुताबिक, प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के सूत्र 06 में भी हनुमानगढ़ ने अपना परचम लहराया है। निर्धारित मासिक लक्ष्य 819 आवासों की तुलना में जिले ने अब तक 1976 आवास पूर्ण करवाए। यह पहल ग्रामीण परिवारों के लिए एक सुरक्षित और सम्मानजनक आवास उपलब्ध कराने की दिशा में बहुत बड़ा कदम है। आईसीडीएस विभाग की उपलब्धियां भी जिले की इस सफलता में महत्वपूर्ण कड़ी बनीं। जिले के सभी 7 आईसीडीएस ब्लॉक ने निर्धारित लक्ष्यों को पूरा किया। 1273 आंगनबाड़ी केंद्रों में से हर केंद्र पूरी क्षमता से संचालित हो रहा है, जिससे मातृ-शिशु स्वास्थ्य और पोषण की योजनाओं का असर सीधे समाज तक पहुंच रहा है।

पौधरोपण के क्षेत्र में भी हनुमानगढ़ ने उम्मीदों से कहीं आगे जाकर प्रदर्शन किया है। सूत्र 15 के अंतर्गत 1475 हेक्टेयर भूमि पर वृक्षारोपण किया गया। 5 लाख पौधों के लक्ष्य के मुकाबले 6.66 लाख पौधों का रोपण करना साधारण उपलब्धि नहीं। यह प्रयास जिले की पर्यावरणीय जिम्मेदारी और भविष्य के प्रति सजगता को स्पष्ट दिखाता है।

जोधपुर विद्युत वितरण निगम के अनुसार पम्पसेट ऊर्जाकरण योजना (सूत्र 18क) में भी जिले ने प्रभावशाली प्रगति की। मासिक लक्ष्य 1056 के मुकाबले 1420 पम्पसेट्स का ऊर्जाकरण किया गया है। इससे सिंचाई क्षमता बढ़ी है और किसानों को स्थायी राहत मिली है। यह उपलब्धि कृषि उत्पादन, जल उपयोग दक्षता और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई मजबूती देती है।
मुख्य योजना अधिकारी विनोद गोदारा बताते हैं कि जिले की इस सफलता के पीछे कलक्टर डॉ. खुशाल यादव के कुशल नेतृत्व में पूरे प्रशासनिक ढांचे का समन्वित प्रयास है। विभागीय अधिकारियों से लेकर जमीनी स्तर तक काम करने वाले कर्मचारियों ने योजनाओं के समयबद्ध और प्रभावी क्रियान्वयन को अपनी प्राथमिकता बनाया। यह टीमवर्क ही है जिसने हनुमानगढ़ को पूरे प्रदेश में सर्वाेच्च स्थान दिलाया।

एडीएम उम्मेदीलाल मीणा कहते हैं, ‘इस उपलब्धि ने साफ कर दिया है कि हनुमानगढ़ केवल प्रशासनिक रैंकिंग में आगे नहीं बढ़ रहा, बल्कि विकास के हर मोर्चे पर तेजी से प्रगति कर रहा है। ग्रामीण आजीविका से लेकर महिला सशक्तिकरण तक, पर्यावरण संरक्षण से लेकर कृषि सहायता तककृहर दिशा में जिले के प्रयास साफ दिखाई देते हैं।’ एपीआरओ राजपाल लंबोरिया ने बतया कि हनुमानगढ़ की यह उपलब्धि न केवल गर्व का विषय है, बल्कि बाकी जिलों के लिए प्रेरणा भी। जब प्रशासन, पंचायत और समाज एक दिशा में सोचते हैं, तो विकास के रास्ते खुद-ब-खुद बन जाते हैं।


