भटनेर पोस्ट न्यूज सर्विस.
सिक्खों की स्थिति को लेकर राहुल गांधी के बयान को भाजपा ने सिक्ख विरोधी करार दिया। भाजपा कार्यकर्ताओं ने देश भर में राहुल गांधी का पुतला फूंका। कांग्रेस ने चुप्पी साधे रखी। अलबत्ता , सिक्ख संगठनों के प्रतिनिधि राहुल गांधी के पक्ष में उतरे और उन्होंने कहाकि राहुल गांधी ने सिक्खों के खिलाफ बयान नहीं दिया बल्कि सिक्खों के सामने आ रही परेशानियों का जिक्र किया है। भाजपा उसे राजनीतिक रंग देकर उस बयान से लोगों का ध्यान हटाना चाहती है। खास बात है कि पूर्व सीएम अशोक गहलोत, महासचिव सचिन पायलट व यूथ कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अभिमन्यु पूनिया आदि ने बीजेपी पर पलटवार किया। यूथ कांग्रेस ने जयपुर में प्रदर्शन भी किया। आखिर में पीसीसी भी राहुल के पक्ष में उतरी। अब इसके लिए रणनीति बनी है। इसके तहत 20 सितंबर को राज्यव्यापी प्रदर्शन किए जाएंगे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पुतले फूंके जाएंगे।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुरेंद्र दादरी ने बताया कि भाजपा एवं उसके सहयोगी दलों के नेताओं की ओर से लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के विरुद्ध निरंतर की जा रही अभद्र टिप्पणी के खिलाफ राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार जिला कांग्रेस कमेटी कार्यकर्ताओं की ओर से 20 सितम्बर को सुबह 11 बजे जंक्शन के शहीद भगतसिंह चौक पर प्रदर्शन किया जाएगा। साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पुतला भी जलाया जाएगा।
मीडिया प्रभारी अश्वनी पारीक ने कहा कि भाजपा एवं उसके सहयोगी दलों के नेताओं की ओर से लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी जी के खिलाफ भडक़ाऊ बयान एवं अभद्र टिप्पणी की जा रही है। ये घिनौने हमले भारत के राजनीतिक विमर्श को विषाक्त करने के साथ ही संवैधानिक मूल्यों को खतरे में डाल रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े ने इस संबंध में देश के प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर इन टिप्पणियों पर चिंता व्यक्त की है, लेकिन प्रधानमंत्री ने इस मामले पर चुप्पी साध रखी है जो यह दर्शाता है कि प्रधानमंत्री इसका खण्डन नहीं करना चाहते। पारीक ने बताया कि शुक्रवार को प्रदर्शन कर राहुल गांधी के खिलाफ की गई अभद्र टिप्पणी के खिलाफ प्रधानमंत्री का पुतला दहन कर विरोध दर्ज करवाया जाएगा। जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष सुरेन्द्र दादरी ने अधिकाधिक संख्या में कांग्रेसजनों से विरोध-प्रदर्शन में शामिल होने का आग्रह किया है।