


भटनेर पोस्ट डेस्क.
हनुमानगढ़ जिले को टीबी मुक्त बनाने की दिशा में पहल करते हुए जिला प्रभारी सचिव डॉ. नीरज के. पवन की मौजूदगी में जिला कलक्ट्रेट परिसर में एक विशेष कार्यक्रम के तहत 30 टीबी रोगियों को पोषण किट प्रदान की गई। प्रभारी सचिव डॉ. नीरज के. पवन ने कहा, ‘हमारा लक्ष्य केवल टीबी के खिलाफ दवा देना नहीं है, बल्कि रोगी को एक समग्र सहयोग देना है, जिसमें पोषण, परामर्श और सामाजिक सहारा शामिल है। हनुमानगढ़ के प्रत्येक चिकित्सा अधिकारी और स्वास्थ्यकर्मी निक्षय मित्र के रूप में आगे आ रहे हैं, जो इस मिशन को जन-आंदोलन में बदलने की दिशा में बड़ा कदम है।’ डॉ. पवन ने टीबी रोगियों से संवाद करते हुए उन्हें नियमित दवा सेवन के साथ पौष्टिक आहार अपनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि स्वस्थ शरीर के लिए दवा के साथ संतुलित भोजन अत्यावश्यक है, और इसी सोच के साथ यह पोषण किटें वितरित की जा रही हैं।
जिला कलक्टर डॉ. खुशाल यादव ने कहा, ‘टीबी कोई अभिशाप नहीं है, यह एक इलाज़ योग्य बीमारी है। अगर हम समय पर जांच, उपचार और पोषण की व्यवस्था करें, तो इसका समूल नाश संभव है। हनुमानगढ़ जिला प्रशासन इसके लिए संकल्पित है और यह अभियान 27 से 31 जुलाई तक सभी खंड स्तरों तक चलाया जाएगा।’
एडीएम उम्मीदीलाल मीणा ने कहा, ‘पोषण किट केवल एक पैकेट नहीं, बल्कि समाज की उस वर्ग के प्रति हमारी जिम्मेदारी का प्रतीक है जो बीमारी से जूझ रहा है। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि कोई भी रोगी सहायता से वंचित न रहे।’
सीएमएचओ डॉ. नवनीत शर्मा ने जिले में चल रहे टीबी उन्मूलन कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि हनुमानगढ़ जिले में टीबी के कुल सक्रिय रोगियों की पहचान कर उन्हें ‘निक्षय पोषण योजना’ के तहत सहायता दी जा रही है। अब इस प्रयास को और सशक्त करते हुए हर बीसीएमओ कार्यालय, सीएचसी और पीएचसी स्तर पर पोषण किट का वितरण किया जाएगा।’
राजकीय जिला असपताल के पीएमओ डॉ. शंकरलाल सोनी ने बताया कि पोषण किट में प्रोटीनयुक्त खाद्य पदार्थ, सूखे मेवे, आयरन युक्त चूर्ण, दलिया, घी, चना, मूंगफली, गुड़ आदि शामिल हैं। यह रोगी की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक होंगे।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. मुकेश शेखावत ने कहा, ‘जिला क्षयरोग विभाग ‘टीबी हारेगा-देश जीतेगा’ के नारे को लेकर जनजागरूकता अभियान चला रहा है। अब इसे जन-भागीदारी से जोड़ते हुए हम प्रत्येक ब्लॉक स्तर पर पंचायतों, स्कूलों और स्वयंसेवी संस्थाओं की भागीदारी सुनिश्चित करेंगे।’
कार्यक्रम में हनुमानगढ़ बीसीएमओ डॉ. कुलदीप बराड़, डॉ. ओपी सोलंकी, डॉ. इन्द्रसेन झाझड़ा सहित जिला अस्पताल और ब्लॉक स्तर के चिकित्सक, स्वास्थ्यकर्मी एवं स्वयंसेवी कार्यकर्ता उपस्थित रहे। इस दौरान रोगियों से संवाद करते हुए अधिकारियों ने उन्हें यह भी समझाया कि टीबी की जांच, इलाज और दवा पूरी तरह निःशुल्क है और किसी भी प्रकार की लापरवाही न करें। उन्हें ‘निक्षय मित्र’ पोर्टल की जानकारी दी गई और बताया गया कि अब कोई भी व्यक्ति, संस्था या संगठन टीबी रोगियों को गोद लेकर उन्हें पोषण व मानसिक सहयोग दे सकता है।
कार्यक्रम के अंत में प्रभारी सचिव ने समस्त चिकित्सकों और स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे हर स्तर पर इस अभियान को जन-जागरूकता के साथ जोड़ें, ताकि 2025 तक भारत को टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य साकार हो सके।
