


भटनेर पोस्ट ब्यूरो.
जनसंख्या नियंत्रण समय की जरूरत है और इसको लेकर जागरूकता बेहद जरूरी है। इसके लिए प्रशासनिक व सामाजिक स्तर पर प्रयास हों तो बेहतर परिणाम की उम्मीद संभव है। हनुमानगढ़ कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय पुरस्कार वितरण एवं सम्मान समारोह में इस बात पर जोर दिया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य न केवल परिवार कल्याण कार्यक्रमों की प्रगति को रेखांकित करना था, बल्कि जनसंख्या नियंत्रण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारियों, स्वास्थ्य कर्मियों और जनप्रतिनिधियों को प्रोत्साहित करना भी रहा। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2024-25 में हनुमानगढ़ जिले ने नसबंदी ऑपरेशनों की कुल संख्या 7188 दर्ज कर पूरे राजस्थान में पांचवां स्थान हासिल किया है, जो कि स्वास्थ्य विभाग की सतत मेहनत और जनजागरूकता अभियानों का परिणाम है। इस अवसर पर जिले के विभिन्न क्षेत्रों से चयनित 26 स्वास्थ्यकर्मियों एवं 10 जनप्रतिनिधियों को प्रशस्ति पत्र व प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया गया।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए जिला कलेक्टर डॉ. खुशाल यादव ने कहा कि, ‘वर्तमान सामाजिक परिदृश्य में परिवार नियोजन को लेकर आमजन की सोच में सकारात्मक परिवर्तन देखा गया है, लेकिन अभी भी पुरुष नसबंदी को लेकर कई भ्रामक धारणाएं और सामाजिक विसंगतियां मौजूद हैं, जिन्हें दूर करने के लिए सामूहिक प्रयास आवश्यक हैं।’ उन्होंने स्वास्थ्य सुरक्षा की दिशा में राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना की सराहना करते हुए बताया कि इसके माध्यम से मात्र 850 रुपए के प्रीमियम पर 25 लाख रुपए तक का स्वास्थ्य बीमा एवं 10 लाख रुपए का जीवन बीमा उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों से आह्वान किया कि वे गांव-ढाणी तक इस योजना की जानकारी देकर अधिकतम लोगों को लाभान्वित करें।
जिला प्रमुख कविता मेघवाल ने प्रशासन के कामकाज को बेहतर बताते हुए कहाकि जनसंख्या नियंत्रण के लिए सामूहिक प्रयासों की वजह से सकारात्मक परिणाम आए हैं, हमें और मेहनत करने की जरूरत है ताकि पूरे प्रदेश में हमारा जिला पहले पायदान पर आए।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नवनीत शर्मा ने जिले में चल रहे परिवार कल्याण, टीकाकरण, मातृ-शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रमों की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए बताया कि स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं को आमजन तक पहुंचाने में हमारे ग्राउंड स्टाफ की भूमिका सराहनीय रही है। नसबंदी, विशेष रूप से महिला नसबंदी, में जागरूकता के साथ-साथ गुणवत्ता पर भी फोकस किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पुरुषों की भागीदारी बढ़ाना अब अगली चुनौती है, जिस पर आने वाले महीनों में विशेष फोकस रहेगा।
भाजपा जिलाध्यक्ष प्रमोद डेलू ने कहा कि देश आज विकसित भारत की दिशा में अग्रसर है और इसमें स्वास्थ्य सेवाएं एक मजबूत आधार बन रही हैं। आज हमारे राजकीय अस्पतालों में भी वे सभी सुविधाएं मौजूद हैं, जो किसी भी निजी अस्पताल में होती हैं। आवश्यकता है केवल इन पर भरोसा बढ़ाने और लगातार सशक्त बनाने की। उन्होंने चिकित्सा, शिक्षा और नशामुक्ति के क्षेत्र में आगे बढ़ने की जरूरत पर बल दिया और कहा कि जनप्रतिनिधियों को भी इन क्षेत्रों में सक्रिय भागीदारी निभानी चाहिए।
भाजपा नेता अमित चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वर्ष 2014 में शुरू किए गए स्वच्छता अभियान का उल्लेख करते हुए कहा कि यह अभियान केवल सफाई तक सीमित नहीं है, बल्कि जनस्वास्थ्य, रोग नियंत्रण और सामाजिक मानसिकता में परिवर्तन का बड़ा माध्यम बना है। उन्होंने हनुमानगढ़ जिले की चिकित्सकीय सेवाओं की सराहना करते हुए कहा कि यहां के चिकित्सक और स्वास्थ्यकर्मी नवाचार और सेवा भावना से कार्य कर रहे हैं, जिससे जिले की पहचान पूरे प्रदेश में बनी है।
कार्यक्रम में पूर्व विधायक गुरदीप सिंह शाहपीनी, टिब्बी प्रधान निकुराम, पीएमओ डॉ. शंकरलाल सोनी, एसीएमएचओ डॉ. ज्योति धींगड़ा व भाजपा नेता प्रदीप ऐरी आदि मौजूद थे। वक्ताओं ने कहाकि विश्व जनसंख्या दिवस केवल जनसंख्या के आंकड़ों की बात नहीं करता, बल्कि यह संतुलित विकास, स्वास्थ्य सेवाओं की सुगमता, सामाजिक चेतना और उत्तरदायित्वपूर्ण नागरिकता का स्मरण भी कराता है। हनुमानगढ़ जिले में आयोजित यह समारोह उसी दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास था, जिसने यह स्पष्ट किया कि जनसंख्या नियंत्रण केवल सरकार की नहीं, समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है।
