देवस्थान विभाग को गोगामेड़ी मेले से हुई रिकार्ड आय, श्रद्धालुओं की बढ़ी तादाद

image description

भटनेर पोस्ट ब्यूरो.
हिंदू, मुस्लिम सहित प्रत्येक वर्ग व धर्म के अनुयायियों की आस्था के प्रतीक उत्तर भारत के प्रसिद्ध मेले गोगामेड़ी में हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली, पंजाब, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात व हिमाचल प्रदेश से प्रतिवर्ष लाखों व्यक्ति लोक देवता गोगा जी की समाधि पर धोक लगाने पहुंचते है। मेला इस वर्ष दुरस्त व्यवस्थाओं, चाक चौबंद सुरक्षा, आकर्षक पशु प्रतियोगिताओं, ऊंटों की आवक में बढ़ोतरी को लेकर चर्चा में रहा। सुरक्षा और व्यवस्थाओं को लेकर प्रशासन द्वारा विशेष इंतजाम किए गए थे।
विदित रहे कि सांप्रदायिक एवं सद्भावना के प्रतीक उत्तर भारत के प्रसिद्ध गोगामेड़ी मेले का पुर्णिमा, 19 अगस्त को पशुपालन, गोपालन, डेयरी एवं देवस्थान विभाग के कैबिनेट मंत्री श्री जोराराम कुमावत ने पूजा-अर्चना के बाद राष्ट्रीय ध्वजारोहण कर शुभारम्भ किया था। मेला मजिस्ट्रेट श्री पंकज गढ़वाल ने गोगामेड़ी मेला क्षेत्र में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में 18 सितंबर को मेले के समापन की घोषणा की। गोगा जी को हिन्दू लोग वीर के रूप में तथा मुस्लिम पीर के रूप में पूजते हैं। श्रद्धालु पहले गोगाजी के मंदिर से दो किलोमीटर दूर गोगाणा के पवित्र तालाब में स्नान कर गुरू गोरखनाथ के धूणे पर शीश नवाते हैं, बाद में गोगामेड़ी मंदिर में पूजा-अर्चना करते है।


देवस्थान को 771.02 लाख रुपए की आय
देवस्थान विभाग सहायक आयुक्त ओम प्रकाश बताते हैं कि 2023 में 23.19 लाख श्रद्धालु मेले में पहुंचे थे, इस वर्ष श्रद्धालुओं की संख्या बढ़कर 24.58 लाख हो गई। इस वर्ष भेंट और चढ़ावे की राशि में भी बढ़ोतरी हुई। जहां पिछले वर्ष 184.20 लाख रुपए प्राप्त हुए, वहीं इस वर्ष 212.56 लाख रुपए चढ़ावे के रूप में प्राप्त हुए। 2023 में अस्थाई दुकानों तथा भूखंड के नीलामी से 527.31 लाख रुपए की आय अर्जित हुई, वहीं इस वर्ष 558.46 लाख रुपए की आय अर्जित हुई। देवस्थान विभाग को पिछले वर्ष की तुलना में 59.51 लाख रुपए की अधिक आय हुई।
15 जिलों के 1400 से अधिक पुलिसकर्मियों का जाब्ता
गोगामेड़ी थाना प्रभारी अजय कुमार बताते हैं कि मेले में 500 से अधिक सीसीटीवी कैमरों के साथ चौकसी रखी गई। मेले को ट्रैफिक, मार्केट, गोरख टीला, मनोरंजन स्थल सहित मंदिर परिसर के रूप 5 सेक्टर में विभाजित किया गया था। मेला क्षेत्र में महिला पुलिसकर्मी, 14वीं और 3वीं आरएसी बटालियन, होमगार्ड जवान, घुड़सवार सहित 15 जिलों से 1400 से अधिक पुलिसकर्मिर्यों का जाब्ता तैनात किया गया था। भादरा रोड़ पर देवस्थान विभाग की 80 बीघा भूमि में पार्किंग बनाई गई थी। जिससे 34.50 लाख रुपए की आय अर्जित हुई। थानाप्रभारी के मुताबिक, चैन स्नेचिंग, छीना झपटी की प्रत्येक वर्ष 50 से 60 घटनाएं घटित होती थी। जिसकी रोकथाम हेतु इस वर्ष सादे कपड़ों में तीन विशेष टीमों का गठन किया गया था। विशेष टीमों के गठन से सकारात्मक परिणाम प्राप्त हुए तथा 90 फ़ीसदी से अधिक घटनाओं पर रोक लगी। इस वर्ष मेला क्षेत्र में छुटपुट 5 से कम घटनाएं घटित हुई।
पशुओं की आवक में 40 फीसदी बढ़ोतरी

पशुपालन संयुक्त निदेशक डॉ. हरीश गुप्ता ने बताया कि पिछले वर्ष 3355 पशुओं की आवक हुई थी, जिनमें से 2570 पशु राज्य से तथा 785 पशु सीमावर्ती राज्यों से आए। इस वर्ष पशुओं की आवक में 40 फ़ीसदी बढ़ोतरी दर्ज की गई। इस वर्ष 4649 ऊंट, 17 गाय, 9 भैंस तथा घोड़ों सहित कुल 4680 पशुओं की आवक हुई। जिनमें से 818 पशु सीमावर्ती राज्यों से भी आए। पिछले वर्ष 1272 पशुओं की बिक्री हुई, जबकि इस वर्ष यह आंकड़ा 1382 से अधिक रहा। ऊंट की न्यूनतम बिक्री 8 हजार रुपए जबकि सर्वाधिक महंगा ऊंट 81,000 रुपए में बिका। आकर्षण का केंद्र रही पशु प्रतियोगिताएं इस वर्ष तीन दिनों तक चली। जिला कलेक्टर के प्रयासों से इस वर्ष पुरस्कार राशि में भी बढ़ोतरी की गई थी। इस वर्ष 1 लाख 11 हजार 700 रुपए की पुरुस्कार राशि वितरित की गई।
18 हजार मरीजों की जांच
सीएमएचओ डॉ. नवनीत शर्मा ने बताया कि मेले में सीएचसी, मेला डिस्पेंशरी, गोरख टीला, गोगामेड़ी मंदिर परिसर में चिकित्सा विभाग की टीम द्वारा 14,959 मरीजों की जांच की गई। वहीं नोहर रिलीफ सोसायटी एवं रामगढ़ सेवा समिति द्वारा 3015 मरीजों के स्वास्थ्य की जांच की गई। पिछले वर्ष 72 खाद्य सामग्री के नमूने लिए गए थे, जबकि इस वर्ष 121 खाद्य सामग्री के नमूनों को जन स्वास्थ्य प्रयोगशाला बीकानेर भेजा गया। स्वास्थ्य टीम ने 59 पेयजल कुंडों में क्लोरोफिकेशन किया।
मेले में 964 पीएचईडी तथा 480 नॉन पीएचईडी पेयजल स्रोतों में क्लोरीन जांच की गई। मेले में 721 किग्रा सड़े गले फल, सब्जी, 575 पैकेट दूध, दही और पनीर, 218 किग्रा मिठाई, 1127 लीटर ज्यूस, 112 किग्रा आटा सहित चासनी और ब्रेड की अवधिपार और अमानक सामग्री को नष्ट करवाया गया। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मेला अवधि में 1317 ढाबों तथा भंडार गृहों का निरीक्षण किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *