




भटनेर पोस्ट डेस्क.
हनुमानगढ़ टाउन में बरकत कॉलोनी स्थित फाटक गौशाला का वातावरण एक अलग ही श्रद्धा और भक्ति से ओतप्रोत दिखाई दिया। अवसर था पूर्व पार्षद राजेंद्र बैद और समाजसेवी विपिन गोयल के जन्मदिन का, जिसे उन्होंने किसी होटल या रेस्टोरेंट में नहीं, बल्कि गौ माता की छत्रछाया में मनाकर एक प्रेरणादायक मिसाल पेश की। दोनों गोभक्तों ने अपने परिजनों संग गौशाला परिसर में स्थित सेठ सांवलिया मंदिर में विधिवत पूजा-अर्चना कर ईश्वर का आशीर्वाद लिया। इसके उपरांत उन्होंने गौ माता का तिलक कर उन्हें लड्डू और हरा चारा अर्पित किया, जिससे पूरा वातावरण धर्म, करुणा और सेवा की भावना से गूंज उठा। उपस्थित सभी श्रद्धालुओं और गौसेवकों ने इस विशेष जन्मदिन को अत्यंत भावविभोर कर देने वाला अनुभव बताया।
गौशाला के अध्यक्ष मुरली अग्रवाल बताते हैं कि यह संस्थान बेसहारा, बीमार और दुर्घटनाग्रस्त पशुओं के लिए चिकित्सा, आश्रय और सेवा का केंद्र है, जो पूर्णतः जनसहयोग पर आधारित है। अब तक सैकड़ों श्रद्धालु अपने जन्मदिन, वैवाहिक वर्षगांठ और पारिवारिक मांगलिक आयोजनों को गौ सेवा से जोड़कर पुण्य अर्जित कर चुके हैं। गौ सेवा केवल एक धार्मिक कर्मकांड नहीं, बल्कि संवेदनशीलता और कर्तव्यबोध का सजीव उदाहरण है।
इस अवसर पर गौशाला प्रबंधन ने राजेंद्र बैद और विपिन गोयल को जन्मदिन की हार्दिक बधाई दी और उनके स्वस्थ, समृद्ध व दीर्घायु जीवन की कामना की। गौशाला की प्रबंधक प्रिया ग्रेवाल ने बताया कि 4 अगस्त को शाम 7.15 बजे गौशाला परिसर में भव्य भस्म आरती और गो लड्डू की सवामणी का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने सभी श्रद्धालुओं और गौभक्तों से आग्रह किया कि अधिक से अधिक संख्या में पधारकर इस धार्मिक अनुष्ठान में भाग लें और गौ सेवा के इस पुनीत कार्य को गति प्रदान करें।

पूर्व पार्षद राजेंद्र बैद कहते हैं कि हमारे समय में जन्मदिन का रिवाज नहीं था। अब नए जमाने में बच्चों के कारण यह सब जरूरी सा लगता है। इसलि हमने आधुनिकता की जगह गौशाला में जन्मदिन मनाने पर सहमति दी। ऐसे आयोजन न केवल धार्मिक भावना को पोषित करते हैं, बल्कि पशु सेवा के प्रति जागरूकता और सामाजिक संवेदना को भी बढ़ावा देते हैं। सचमुच, खुशियों का उत्सव यदि सेवा और सच्ची श्रद्धा के साथ मनाया जाए, तो वह केवल एक पल की खुशी नहीं, बल्कि समाज के लिए एक स्थायी प्रेरणा बन जाती है।



