



राजस्थान ब्राह्मण महासभा यूथ विंग के नवनियुक्त जिलाध्यक्ष डॉ. मनोज शर्मा जाने-माने शिक्षाविद् हैं। उनका मानना है कि बतौर जिलाध्यक्ष समाज के युवाओं को शिक्षा और संस्कृति से समृद्ध करना हि प्राथमिकता है। ‘भटनेर पोस्ट डॉट कॉम’ के साथ बातचीत में डॉ. मनोज शर्मा ने अपनी रणनीतियों को लेकर चर्चा की। प्रस्तुत है संपादित अंश

यूथ विंग की कमान मिली है। कैसा महसूस कर रहे हैं ?
-राजस्थान ब्राह्मण महासभा यूथ विंग नेतृत्व ने मुझे यह जिम्मेदारी दी है, इसके लिए मैं नेतृत्व का दिल से आभार प्रकट करता हूं। जैसा कि आप जानते हैं, मैं शिक्षा के क्षेत्र से जुड़ा हूं। मैं मानता हूं कि शिक्षा और संस्कृति से समृद्ध व्यक्ति जीवन में सफलता का सोपान तय करता है। मेरी इच्छा है कि ब्राह्मण समाज के युवाओं का सांस्कृतिक विकास हो। वे सुशिक्षित बनें। ब्राह्मण समाज सदा ही पथ प्रदर्शक की भूमिका में रहा है। हमारे युवा इस विरासत को संभालें। इसके लिए हम मिलकर काम करेंगे। नशे के खिलाफ जागरूकता फैलाने के लिए भी हम बेहतर काम करने का प्रयास करेंगे।
टीम का गठन और प्रतिनिधियों के चयन को लेकर बताइए।
-देखिए…, टीम के गठन को लेकर वरिष्ठ पदाधिकारियों से चर्चा हुई है। इसी माह आखिरी सप्ताह तक जिला कार्यकारिणी का गठन कर दिया जाएगा। हमारा प्रयास रहेगा कि ब्राह्मण समाज की अलग-अलग जातियां-उप जातियां हैं। सबको प्रतिनिधित्व मिले, इस पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। समाज के प्रति कुछ करने की चाहत रखने वाले युवाओं को कार्यकारिणी में प्राथमिकता दी जाएगी। इसके लिए युवाओं के फोन आ रहे हैं। इस बात की हमें खुशी है।
ब्राह्मण यूथ के लिए क्या चुनौती है ? इससे निपटने के लिए आप क्या प्रयास करेंगे ?
-ब्राह्मण यूथ के लिए सबसे बड़ी चुनौती है गौरवशाली सांस्कृतिक मूल्यों की समझ विकसित करना और उसे संरक्षित करना। सोशल मीडिया के दौर में तथ्यात्मक जानकारी उपलब्ध करना चुनौती है। हमारा प्रयास रहेगा कि इसके लिए समय-समय पर समाज के बीच स्वस्थ संवाद का वातावरण तैयार हो। युवाओं को संगठन से जोड़ेंगे, फिर उनमें समानता का भाव पैदा करने के लिए संस्कृति की विशेषताओं से अवगत करवाएंगे। भाषा, संस्कृति और संस्कार के विकास को लेकर हम सत्त प्रयास करेंगे।
एकजुटता और जागरूकता के लिए आप किस तरह की पहल करना चाहेंगे ?
-देखिए…, कोई भी काम सामूहिक प्रयासों के बिना संभव नहीं है। इसके लिए रणनीतिक तौर पर समाज के सभी वर्ग को एकत्रित किया जाएगा। समृद्ध लोगों को संगठन से जोड़ने का प्रयास होगा ताकि बाकी लोग प्रेरित हों। इस तरह हम समाज को एकजुट कर अपने मूल उद्देश्यों को लेकर जागरूक करने का प्रयास करेंगे। कुल मिलाकर, यूथ को संगठित और सशक्त कर समाज को सृदृढ़ करना हमारा मकसद है।
शिक्षा, रोजगार और सामाजिक नेतृत्व के क्षेत्र में युवाओं को प्रेरित करने के लिए आप किन कार्यक्रमों की योजना बना रहे हैं?
-आपने शिक्षा, रोजगार और सामाजिक नेतृत्व की बात कही है। तीनों ही मसलों का एकमात्र हल है सजगता। हम वंचित वर्ग को सुशिक्षित करने का प्र्रयास करेंगे। समाज में कोई प्रतिभा आर्थिक संकट के कारण आगे बढ़ने से न वंचित रहे, इसके लिए प्रयास किया जाएगा। इसके लिए समय-समय पर कार्यक्रम होंगे जिससे पात्र लोगों को लाभ मिलेगा।





