


भटनेर पोस्ट ब्यूरो.
राजस्थान के गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढ़म के दामाद अनिल खटाना ने रिश्वत की रकम लेकर ऐसा भागा कि सीबीआई की टीमें दो महीने से उसे पकड़ने की कोशिश में नाकाम साबित हो रही हैं। अनिल खटाना दिल्ली पुलिस में सब-इंस्पेक्टर है और लाहौरी गेट थाने में तैनात था। 29 जनवरी को सीबीआई ने उसे रंगे हाथ पकड़ने के लिए ट्रैप बिछाया, लेकिन ऐन मौके पर भनक लगने से वह सीढ़ियों से नीचे उतरकर गायब हो गया।
खटाना ने अनीस अहमद से केस बंद करने के लिए पहले 2 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी, लेकिन लंबी बातचीत के बाद सौदा 70 हजार रुपये में तय हुआ। अनीस के बेटे ऊजेर ने 10 हजार रुपये लाहौरी गेट थाने की तीसरी मंजिल पर सीढ़ियों के पास दिए। ऊजेर बाकी 60 हजार रुपये लेकर जैसे ही लौटा, अनिल खटाना पहले ही वहां से सीबीआई को चकमा देकर भाग चुका था।

ट्रैप के बावजूद मिली नाकामी, दो दिन दबिश के बाद भी खाली हाथ
सीबीआई ने 28 जनवरी को रिश्वत मांगने का वेरिफिकेशन किया था, जिसमें खटाना ने काफी सतर्कता बरती। ट्रैप के दौरान भी उसने पहली मंजिल पर पैसे लेने से इनकार कर दिया और तीसरी मंजिल पर बुलाकर रकम ली। इसी बीच सीबीआई की टीम घूस लेते हुए पकड़ने पहुंची, लेकिन खटाना वहां से फरार हो गया।
16 और 18 मार्च को सीबीआई ने भरतपुर और डीग में दबिश दी, लेकिन दोनों बार अनिल खटाना वहां से पहले ही फरार हो गया। खुफिया इनपुट के मुताबिक, वह भरतपुर के बयाना में छिपा हुआ था, लेकिन सीबीआई के पहुंचने से पहले ही जगह बदल ली। अगले ही दिन डीग में उसकी लोकेशन ट्रेस हुई, लेकिन जब टीम वहां पहुंची तो खटाना कुछ घंटे पहले ही फिर से भाग चुका था।
शातिर खटाना, बार-बार बदल रहा ठिकाने
सूत्रों के मुताबिक, अनिल खटाना अभी भी राजस्थान में ही है, लेकिन बेहद शातिर तरीके से बार-बार अपनी लोकेशन बदल रहा है। वह सीबीआई की हर हरकत पर नजर रख रहा है और जांच एजेंसी को लगातार गुमराह कर रहा है। सीबीआई ने अनिल खटाना के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 के तहत मामला दर्ज किया है। इस मामले में खटाना की गिरफ्तारी से जुड़े हर कदम पर राजनीतिक हलकों में हलचल मची हुई है।
अब कब लगेगा सीबीआई के हाथ?
अब देखने वाली बात यह होगी कि सीबीआई इस शातिर सब-इंस्पेक्टर को कब तक अपनी गिरफ्त में ले पाती है। फिलहाल, अनिल खटाना की हर हरकत पर कड़ी नजर रखी जा रही है और टीम हर संभावित ठिकाने पर दबिश देने में जुटी हुई है।

