

भटनेर पोस्ट ब्यूरो.
हनुमानगढ़ जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष सुरेन्द्र दादरी ने कहा है कि प्रदेश की पर्ची सरकार की अपनी नौकरशाही पर ही लगाम नहीं। यह स्वयं भाजपा के वर्तमान मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे मंगलवार को एक ही दिन स्वीकार कर चुके हैं। मुख्यमंत्री हनुमानगढ़ दौरे के दौरान किसानों से कहते हैं कि वे धरना-प्रदर्शन में वक्त जाया न करें। अफसरों को ज्ञापन देने भी न जाएं। वे तो काम अटकाते हैं। सबसे बढ़िया तरीका यह है कि आप सीधे हमारे जनप्रतिनिधियों और संगठन के पदाधिकारियों से मिलें, उन्हें अपनी समस्या समझाएं, वे खुद हम तक आपकी समस्या पहुंचाएंगे और हम बिना देर किए आपकी समस्याओं का समाधान करेंगे। लेकिन दूसरी तरफ जनप्रतिनिधि खुद कह रहे हैं कि अधिकारी हमारी नहीं सुन रहे तो उनके पास जाने से सुनवाई कैसे होगी? वहीं पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे राजस्थान की जनता को निष्क्रिय भाजपा सरकार की सच्चाई बताते हुए कहती हैं कि पेयजल संकट निवारण के लिए हमारी सरकार तो पैसा दे रही है, लेकिन अफसर योजनाओं की सही क्रियान्विति नहीं कर रहे। इसलिए राजस्थान के लोग प्यास से व्याकुल हैं।
दादरी के मुताबिक, वसुंधरा राजे कहते हैं कि अफसर सो रहे हैं, लोग रो रहे हैं, मैं ऐसा नहीं होने दूंगी। भजनलाल सरकार की विफलताओं का यह व्याख्यान विपक्ष के किसी नेता ने नहीं, बल्कि भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे कर रही हैं। अब सवाल यह पैदा होता है कि पर्ची सरकार से वसुंधरा राजे की यह ललकार जनता का भला करेगी या फिर पर्ची बदलवाएगी?
कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुरेंद्र दादरी ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को अफसरशाही और सिस्टम निकम्मा नजर आ रहा है जबकि एक वर्तमान भाजपा विधायक को तो अफसरशाही और सिस्टम भाजपा सरकार के खिलाफ ही काम करता नजर आ रहा है। दादरी ने कहा कि सीएम ने हनुमानगढ़ दौरे के दौरान कहा कि अब पेपर लीक नहीं हुए लेकिन पर्ची सरकार किसी तरह की भर्ती ही नहीं निकाल रही। रीट तक की परीक्षा नहीं करवाई जा रही। भाजपा सरकार के कुप्रबंधन से प्रदेश में बिजली-पानी की समस्या गहराती जा रही है, सरकार ने डेढ़ साल में कोई प्रबंध नहीं किया। हावी अफसरशाही की वजह से सरकार की तैयारियां और नीतियां सिर्फ कागजों में सीमित हैं। प्रदेश के अस्पतालों में विधायकों के परिजनों का इलाज करने से इनकार किया जा रहा है। जब विधायक के परिजनों के साथ ऐसा हाल हो रहा है तो सोचने की बात है कि आम जनता के साथ कैसा व्यवहार किया जाता होगा। दुर्भाग्य है राजस्थान की जनता का, जिन्होंने जनता की सरकार चुनने की जगह भ्रष्टाचारियों और अवसरवादियों के झांसे में आकर उन्हें सत्ता सौंप दी। कांग्रेस राज की सारी योजनाओं को बंद या कमजोर करने का काम भाजपा सरकार कर रही है। हॉस्पिटलों की बुरी हालत है। भ्रष्टाचार, बेरोजगारी चरम पर है। डीसीसी अध्यक्ष दादरी ने कहा कि मुख्यमंत्री के हनुमानगढ़ दौरे से जनता को उम्मीद थी कि किसानों के लिए सिंचाई पानी, हर साल यूरिया की किल्लत व एमएसपी, बंद पड़ी स्पिनिंग मिल को शुरू करने,
पेयजल व बिजली की समस्या पर, जिले की कानून व्यवस्था और नशे की गिरफ्त में आए युवकों के लिए, राइस बेल्ट घोषित करने, सरसों और गेहूं की सरकारी खरीद में आ रही दिक्कतों के संबंध में कोई ठोस कार्ययोजना की घोषणा करेंगे। लेकिन सीएम का दौरा केवल स्वागत कार्यक्रम बन कर रह गया। जनता का पैसा बर्बाद होने के बावजूद सीएम के इस दौरे से हनुमानगढ़ जिले के हर वर्ग को निराशा हाथ ही लगी है!


