कांग्रेस अधिवेशन में मिली अश्विनी पारीक को ये जिम्मेदारी, जानिए… क्या ?

भटनेर पोस्ट ब्यूरो.
हनुमानगढ़ कांग्रेस सेवादल के जिलाध्यक्ष अश्विनी पारीक को अहमदाबाद में चल रहे कांग्रेस अधिवेशन में व्यवस्थाओं को लेकर जिम्मेदारी मिली है। पारीक ने बताया कि यह अधिवेशन न सिर्फ कांग्रेस के लिए एक अहम मौका है, बल्कि सेवा दल के लिए भी अपनी प्रतिबद्धता और संगठनात्मक क्षमताओं को साबित करने का सुनहरा अवसर है। अधिवेशन की व्यवस्थाओं में सेवा दल को विशेष दायित्व सौंपे गए हैं, ध्वज वंदन से लेकर अनुशासन और व्यवस्थाओं की देखरेख तक।
कांग्रेस पार्टी अपने छठे गुजरात अधिवेशन का आयोजन इस बार अहमदाबाद में कर रही है, जिसकी अगुवाई राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे कर रहे हैं। इस दौरान विस्तारित सीडब्ल्यूसी की बैठक सरदार पटेल स्मारक पर आयोजित हो रही है। पारीक के मुताबिक, 9 अप्रैल को एआईसीसी की बैठक साबरमती नदी के तट पर साबरमती आश्रम और कोचरब आश्रम के बीच के स्थान पर होगी। यह स्थान बापू के विचारों की तपोभूमि माना जाता है।
अधिवेशन से पूर्व, अहमदाबाद के होटल लोटस मार्क इन में राजस्थान के सेवादल पदाधिकारियों की बैठक हुई। इस बैठक में प्रदेश अध्यक्ष हेम सिंह शेखावत ने सेवादल की भूमिका को लेकर विशेष दिशा-निर्देश दिए। उनका संदेश स्पष्ट था, ‘यह सिर्फ अधिवेशन नहीं, यह कांग्रेस के मूल विचारों और सेवा भावना का उत्सव है, जिसमें सेवादल की भागीदारी सबसे अहम है।’ सेवादल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालजी देसाई के निर्देश पर ध्वज वंदन कार्यक्रम और संपूर्ण व्यवस्थाओं में सेवादल की अहम भूमिका तय की गई है। इस रणनीतिक बैठक में राजस्थान से सेवादल के कई प्रमुख चेहरे मौजूद रहे, इनमें सेवादल प्रभारी गोविंद भाई पटेल, महिला शक्ति की प्रतिनिधि ज्योति खन्ना, प्रदेश उपाध्यक्ष मोहन हटेला व राजेंद्र एडवाना, संभाग प्रभारी विमल भाटी, जिला प्रभारी भीमराज जाखड़,, बीकानेर जिलाध्यक्ष रामनिवास गोदारा, सीकर से नरेंद्र बाटड़, जयपुर शहर से राजकुमार सांखला व हंसराज बिश्नोई आदि प्रमुख हैं।
गर्व और इतिहास का मिलन है यह अधिवेशन: अश्विनी पारीक
हनुमानगढ़ सेवा दल के जिलाध्यक्ष अश्विनी पारीक ने इस आयोजन को अपने जीवन का एक अविस्मरणीय क्षण बताया। उन्होंने कहा, ‘84वें कांग्रेस अधिवेशन में ड्यूटी करना मेरे लिए न सिर्फ व्यक्तिगत गौरव की बात है, बल्कि यह एक ऐसा अनुभव है जो जीवनभर मेरे साथ रहेगा। यह पल मेरे लिए मील का पत्थर साबित होगा।’

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