




भटनेर पोस्ट पॉलिटिकल डेस्क.
कांग्रेस पार्टी ने संगठनात्मक स्तर पर बड़ा फेरबदल करते हुए कई राज्यों में नए प्रभारियों की नियुक्ति की है। इस फेरबदल में राजस्थान से दो प्रमुख महिला नेताओं को अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है। भरतपुर से सांसद संजना जाटव और पूर्व मंत्री रेहाना रियाज चिश्ती पर कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने भरोसा जताते हुए उन्हें क्रमशः मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र का प्रभारी नियुक्त किया है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इन नियुक्तियों को मंजूरी दी, जबकि इसकी औपचारिक घोषणा पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) के.सी. वेणुगोपाल ने की। पार्टी के इस कदम को संगठन के पुनर्गठन और नए नेतृत्व को आगे लाने की दिशा में बड़ा फैसला माना जा रहा है।

भरतपुर की युवा सांसद संजना जाटव को कांग्रेस ने मध्य प्रदेश जैसे महत्वपूर्ण राज्य की जिम्मेदारी दी है। पिछले वर्ष सितंबर में ही उन्हें संसद की जल संसाधन समिति का सदस्य बनाया गया था, जिससे यह साफ था कि शीर्ष नेतृत्व उन पर भरोसा जताने लगा है। संजना जाटव ने 2024 के लोकसभा चुनाव में भरतपुर सीट से उल्लेखनीय जीत दर्ज कर कांग्रेस को मजबूती दी थी। वह राज्य की युवा और ऊर्जावान चेहरों में गिनी जाती हैं और प्रदेश कांग्रेस में महिला नेतृत्व का प्रतिनिधित्व करने वाली नई पीढ़ी की नेता हैं। सूत्रों के अनुसार, पार्टी ने उन्हें मध्य प्रदेश इसलिए भेजा है ताकि वहां संगठन में नई ऊर्जा लाई जा सके और आगामी चुनावों के लिए कार्यकर्ताओं को एकजुट किया जा सके।

मध्य प्रदेश में कांग्रेस फिलहाल विपक्ष में है और पार्टी को अंदरूनी समन्वय और जमीनी स्तर पर पुनर्गठन की जरूरत है। संजना जाटव की नियुक्ति को उसी दिशा में एक रणनीतिक कदम माना जा रहा है। पार्टी का मानना है कि एक युवा और महिला चेहरा संगठन में नई गतिशीलता लाएगा।

पूर्व मंत्री रेहाना रियाज चिश्ती को कांग्रेस ने महाराष्ट्र का प्रभारी नियुक्त किया है। रेहाना, राजस्थान की अनुभवी महिला नेताओं में गिनी जाती हैं और राज्य के कई क्षेत्रों में पार्टी संगठन को मजबूत करने का श्रेय उन्हें दिया जाता है। उन्हें कांग्रेस नेतृत्व का भरोसेमंद चेहरा माना जाता है, जिन्होंने कठिन राजनीतिक परिस्थितियों में भी पार्टी के प्रति अपनी निष्ठा बनाए रखी। महाराष्ट्र में कांग्रेस, महा विकास आघाडी (एमवीए) गठबंधन का हिस्सा है, जहां पार्टी को जमीनी स्तर पर अपनी उपस्थिति को फिर से सशक्त करने की आवश्यकता है। सूत्र बताते हैं कि रेहाना की नियुक्ति उसी दिशा में उठाया गया कदम है। संगठनात्मक दृष्टि से महाराष्ट्र एक बड़ा और चुनौतीपूर्ण राज्य है, और वहां एक अनुभवी महिला नेता की नियुक्ति कांग्रेस के महिला सशक्तिकरण के साथ संगठन सशक्तिकरण के संदेश को भी मजबूत करती है।

कांग्रेस ने सिर्फ राजस्थान की इन दो महिला नेताओं को ही नहीं, बल्कि अन्य राज्यों में भी प्रभारियों की नियुक्ति करते हुए संगठन को नई दिशा देने की कोशिश की है। पार्टी ने श्रीनिवास बीवी को गुजरात, सचिन सावंत को तेलंगाना, और सूरज ठाकुर को पंजाब का प्रभारी बनाया है। इसके अलावा ओडिशा और तमिलनाडु जैसे राज्यों में भी संगठनात्मक फेरबदल किए गए हैं।
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने बताया कि यह सभी नियुक्तियां पार्टी के पुनर्गठन की प्रक्रिया का हिस्सा हैं। उन्होंने कहा कि संगठन को मजबूत करने और नए चेहरों को आगे लाने के लिए कांग्रेस नेतृत्व लगातार काम कर रहा है।
दिलचस्प बात यह है कि कांग्रेस ने इस फेरबदल में महिला नेताओं को प्राथमिकता दी है। संजना जाटव और रेहाना रियाज चिश्ती की नियुक्ति पार्टी के उस रुख को भी दर्शाती है जिसमें संगठन में महिलाओं की भूमिका को बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। बीते कुछ वर्षों में कांग्रेस ने महिला कार्यकर्ताओं और नेताओं को अधिक प्रतिनिधित्व देने के लिए कई स्तरों पर प्रयास किए हैं।

राजनीतिक विश्लेषक गुरुदास भारती कहते हैं कि इन नियुक्तियों के ज़रिए पार्टी दो संदेश देना चाहती है, पहला, युवा और महिला नेतृत्व को बढ़ावा देना; दूसरा, चुनावी राज्यों में संगठनात्मक मजबूती के लिए नई रणनीति अपनाना।
मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र दोनों ही राज्यों में कांग्रेस के सामने आने वाले महीनों में कई चुनौतियाँ हैं, संगठन को पुनर्जीवित करना, स्थानीय नेताओं के बीच समन्वय बनाना, और भाजपा के मजबूत संगठन के मुकाबले कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाना। संजना जाटव और रेहाना रियाज चिश्ती की नियुक्तियाँ इन दोनों राज्यों में पार्टी की रणनीतिक दिशा को तय करेंगी।



