






भटनेर पोस्ट एजुकेशन डेस्क.
प्रतियोगी परीक्षाओं के बढ़ते महत्व को देखते हुए बच्चों को समय रहते तैयार करना और मेधावी छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए अवसर मुहैया कराना आज की सबसे बड़ी जरूरत बन गई है। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए कॉन्सेप्ट क्लासेज, हनुमानगढ़ ने इस बार भी अपनी विशेष पहल ‘साइंस चैंप स्कॉलरशिप परीक्षा’ का आयोजन किया। इस परीक्षा में जिलेभर से छात्रों का उत्साह देखते ही बनता था। जिला मुख्यालय पर आयोजित परीक्षा में करीब 3500 से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया। भीड़ के बीच कई ऐसे छात्र भी शामिल हुए जो पहली बार इतने बड़े पैमाने पर आयोजित प्रतियोगी परीक्षा में बैठे थे। उनके लिए यह अनुभव न सिर्फ उत्साहजनक रहा बल्कि भविष्य की प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं के लिए आत्मविश्वास भी बढ़ाने वाला साबित हुआ।
सेंटर हैड ललित भठेजा ने बताया कि कक्षा सात से बारहवीं तक के विद्यार्थियों ने इस परीक्षा में हिस्सा लिया। बच्चों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। उन्होंने कहा, ‘जो बच्चे पहली बार इतनी बड़ी प्रतियोगी परीक्षा का हिस्सा बने, उनके आत्मविश्वास में निश्चित ही इजाफा होगा और वे आने वाले समय में खुद को बड़े मंचों के लिए तैयार कर पाएंगे।’

मैनेजिंग हैड श्रवण यादव के अनुसार, इस परीक्षा को लेकर न सिर्फ बच्चों में बल्कि अभिभावकों में भी खासा रुझान देखा गया। उन्होंने बताया कि कॉन्सेप्ट क्लासेज का उद्देश्य है बच्चों को शुरू से ही प्रतियोगी माहौल से परिचित कराना और मानसिक रूप से मजबूत बनाना। यही वजह है कि अभिभावक स्वयं बच्चों को प्रोत्साहित कर रहे हैं और पड़ोस के बच्चों को भी साथ लेकर परीक्षा केंद्र तक पहुंच रहे हैं।

अकादमिक हैड सतनाम सिंह खोसा ने कहा कि कॉन्सेप्ट क्लासेज प्रबंधन मेडिकल और नॉन-मेडिकल की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों को स्थानीय स्तर पर ही बेहतरीन सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए वचनबद्ध है। उन्होंने कहा, ‘हमारा प्रयास है कि बच्चों को बड़े शहरों में जाकर पढ़ाई करने और परिवार से दूर रहने की मजबूरी न हो। यहीं पर उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले। स्कॉलरशिप परीक्षा का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य यह भी है कि आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के होनहार बच्चों को आगे बढ़ने का अवसर दिया जाए। ऐसे बच्चों के लिए यह परीक्षा उम्मीद की किरण है।”

परीक्षा के दौरान बच्चों के साथ आए अभिभावकों का उत्साह भी देखने लायक था। अभिभावक विकास शर्मा ने बताया कि वे पिछले साल भी अपने बच्चे को यह परीक्षा दिलाने लाए थे और अच्छे अनुभव के बाद इस बार पड़ोस के बच्चों को भी साथ लेकर आए। वहीं दिवाकर सिंह का कहना था कि कॉन्सेप्ट क्लासेज की यह पहल काबिल-ए-तारीफ है। उनके अनुसार, ‘इस तरह की परीक्षा बच्चों को मंच देती है, जिससे वे बड़ी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए आत्मविश्वास से भर जाते हैं। आने वाले समय में इसके सकारात्मक नतीजे जरूर देखने को मिलेंगे।’

मनोज बड़सीवाल ने बताया कि ‘साइंस चैंप स्कॉलरशिप परीक्षा’ केवल एक परीक्षा नहीं बल्कि विद्यार्थियों के लिए अवसरों के द्वार खोलने वाला मंच है। यहाँ से न सिर्फ प्रतिभाशाली छात्रों को आर्थिक मदद मिलती है, बल्कि वे खुद को बड़े सपनों और चुनौतियों के लिए तैयार भी कर पाते हैं। परीक्षा केंद्रों पर जिस तरह का उत्साह और विश्वास देखने को मिला, वह इस बात का प्रमाण है कि यह पहल अब क्षेत्र की शैक्षिक गतिविधियों का अहम हिस्सा बन चुकी है।

अभिभावक सुमेर सिंह यादव ने बताया कि कॉन्सेप्ट क्लासेज की इस अनूठी पहल ने यह साबित कर दिया है कि अगर सही दिशा और प्लेटफॉर्म मिले तो छोटे शहरों के बच्चे भी बड़ी से बड़ी प्रतियोगी परीक्षाओं में अपनी छाप छोड़ सकते हैं। हनुमानगढ़ में आयोजित यह परीक्षा बच्चों के आत्मविश्वास और सपनों को नया आयाम देने वाली साबित हुई।




