






भटनेर पोस्ट एजुकेशन डेस्क.
राजस्थान सरकार ने बेबी हैप्पी मॉडर्न बी.एससी. आयुर्वेदिक कॉलेज और बेबी हैप्पी मॉडर्न आयुष नर्सिंग प्रशिक्षण संस्थान को मान्यता प्रदान कर दी है। इसे हनुमानगढ़ जिले की शैक्षिक और स्वास्थ्य सेवाओं की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। आज यानी 20 सितंबर को संस्थान परिसर में कार्यक्रम हुआ। इसमें आयुष नर्सिंग प्रशिक्षण संस्थान की मान्यता मिलने पर खुशी जताई गई।

बेबी हैप्पी एजुकेशन ग्रुप के डायरेक्टर तरुण विजय ने कहाकि यह केवल कॉलेज की नहीं, पूरे जिले के लिए गौरव का क्षण है। बेबी हैप्पी मॉडर्न संस्थान आने वाले समय में आयुर्वेदिक और नर्सिंग शिक्षा का एक प्रमुख केंद्र बनेगा। यहाँ विद्यार्थियों को उच्च स्तरीय शिक्षा के साथ-साथ रिसर्च और प्रैक्टिकल नॉलेज पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। हमारा उद्देश्य केवल डिग्री देना नहीं है, बल्कि ऐसे डॉक्टर और नर्स तैयार करना है जो समाज और मानवता की सच्ची सेवा कर सकें।

यहाँ से शिक्षा प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों के लिए रोजगार के असीम अवसर खुलेंगे। सरकारी अस्पतालों से लेकर देशभर के बड़े निजी अस्पतालों, नर्सिंग होम्स, रिसर्च सेंटरों और फार्मा सेक्टर में भी हमारे विद्यार्थी उच्च पदों पर कार्य करेंगे। इसके अतिरिक्त विदेशों में भी भारतीय नर्सिंग और आयुर्वेदिक शिक्षा की भारी मांग है, जिससे विद्यार्थियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नौकरी और करियर बनाने का सुनहरा अवसर मिलेगा। आने वाले वर्षों में यह संस्थान न केवल उत्तरी राजस्थान बल्कि पूरे प्रदेश के लिए गौरव का विषय बनेगा।

बेबी हैप्पी एजुकेशन ग्रुप के चेयरमैन आशीष विजय ने कहा यह कॉलेज आने वाली पीढ़ी को आधुनिक सुविधाओं के साथ-साथ आयुर्वेद और नर्सिंग शिक्षा की गहराई से परिचित कराएगा। यहाँ पढ़ने वाले विद्यार्थियों को भविष्य में न केवल राजस्थान बल्कि पूरे देश के सरकारी व निजी सेक्टर में रोजगार के सुनहरे अवसर मिलेंगे। हमारा उद्देश्य है कि इस संस्थान से निकलने वाला हर विद्यार्थी समाज की सेवा में अग्रणी बने।

वाइस चेयरमैन रोनक विजय ने कहा कि हमारा लक्ष्य है, ग्रामीण और शहरी पृष्ठभूमि से आने वाले सभी विद्यार्थियों को समान अवसर मिले। आने वाले वर्षों में यह संस्थान उत्तरी राजस्थान ही नहीं, पूरे प्रदेश में अपनी अलग पहचान बनाएगा। प्रशासक परमानंद सैनी ने कहा, ‘बेबी हैप्पी मॉडर्न कॉलेज का हर कदम विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास की ओर है। अनुशासन, गुणवत्ता और आधुनिक शिक्षण पद्धति हमारी प्राथमिकता है।’

प्रिंसिपल डॉ. विशाल पारीक ने कहा ‘यह संस्थान शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता का प्रतीक बनेगा। यहाँ विद्यार्थियों को न केवल विषय की जानकारी दी जाएगी, बल्कि उन्हें शोध, व्यवहारिक ज्ञान और समाज सेवा के लिए भी प्रेरित किया जाएगा।’
वाइस प्रिंसिपल डॉ. मनोज शर्मा ने कहा, ‘हमारा संकल्प है कि प्रत्येक विद्यार्थी यहाँ से निकलकर एक कुशल, संवेदनशील और समाज के प्रति जिम्मेदार स्वास्थ्यकर्मी बने।’ बीएड कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. संतोष चौधरी ने कहा, ‘बेबी हैप्पी मॉडर्न संस्थान में शिक्षा केवल पुस्तकों तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि विद्यार्थियों को वास्तविक जीवन की चुनौतियों से निपटने योग्य बनाया जाएगा। यही इस कॉलेज की सबसे बड़ी विशेषता है।’

कार्यक्रम में यह भी बताया गया कि कॉलेज में आधुनिक प्रयोगशालाएँ, विशाल पुस्तकालय, अनुभवी फैकल्टी और अत्याधुनिक सुविधाएँ उपलब्ध कराई जाएँगी। विद्यार्थियों को पढ़ाई के बाद सरकारी अस्पतालों, निजी संस्थानों, शोध केंद्रों और विदेशों में भी नौकरी के अवसर मिलेंगे। राज्य सरकार से मान्यता मिलते ही स्थानीय नागरिकों और अभिभावकों में अपार हर्ष की लहर दौड़ गई। उन्होंने कहा कि अब बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए बड़े शहरों में भटकना नहीं पड़ेगा।




