




भटनेर पोस्ट ब्यूरो.
हनुमानगढ़ स्थित श्री खुशाल दास विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई एवं विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग विभाग की ओर से विकसित भारत अभियान के तहत प्रतिस्पर्धी कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। इसके तहत युवाओं के लिए ऑनलाइन क्विज प्रतियोगिता करवाई गई, जिसमें इंजीनियरिंग, लॉ, एजुकेशन, स्पेशल एजुकेशन, प्रबंधन और विज्ञान सहित विभिन्न संकायों से 800 से अधिक छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया, जो भारत के शासन, तकनीकी उपलब्धियों, आर्थिक उपलब्धियों और भविष्य के सामाजिक उद्देश्यों के बारे में अपने ज्ञान का प्रदर्शन करने के लिए उत्सुक है। प्रतियोगिता का उद्देश्य विद्यार्थियों में भारतीय संस्कृति, विज्ञान, तकनीक, पर्यावरण, तथा समसामयिक ज्ञान के प्रति रुचि जागृत करना है। राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई (छात्र-छात्रा) के प्रभारी डॉ. स्वाति ओझा व मदन लाल शर्मा के नेतृत्व में इकाई के स्वयंसेवकों द्वारा विभिन्न संकायों के सूचना पट्ट पर विकसित एवं उन्नत भारत अभियान से संबंधित पोस्टर चस्पा कर युवाओं को जागृत और प्रेरित किया गया।

श्री गुरु गोविंद सिंह चेरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष बाबूलाल जुनेजा ने विकसित भारत अभियान के बारे में बताते हुए कहा कि विकसित भारत अभियान में विश्वविद्यालय की सक्रिय भूमिका है। यह सामाजिक रूप से जागरूक और राष्ट्रीय स्तर पर जागरूक पेशेवरों को तैयार करने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है जो आने वाले दशकों में भारत के परिवर्तन को आगे बढ़ाने के लिए तैयार है। आज के युवा देश का भविष्य है उन्हें इसके लिए तन, मन, धन से आगे आना चाहिए।

इस अवसर पर आयोजित विकसित भारत क्विज प्रतियोगिता प्रतियोगिता में विभिन्न विभागों/कक्षाओं की टीमों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। क्विज प्रतियोगिता प्रभारी विक्रम मंगवाना व सुमित गर्ग ने बताया कि विभिन्न संकायों से 800 से अधिक विद्यार्थियों ने ऑनलाइन क्विज प्रतियोगिता में भाग लिया। प्रश्नोत्तरी में प्रतिभागियों से सामान्य ज्ञान, भारतीय संविधान, विज्ञान एवं उन्नत भारत अभियान से संबंधित प्रश्न पूछे गए। निर्णायक मंडल द्वारा छात्रों के ज्ञान, तत्परता और आत्मविश्वास की सराहना की गई और प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विजेताओं को प्रमाण पत्र एवं पुरस्कार प्रदान किए गए।

समन्वयक विक्रम मंगवाना ने राष्ट्रीय मिशन में तकनीकी शिक्षा की भूमिका पर ज़ोर देते हुए बताया कि ष्एक विकसित भारत के लक्ष्य तकनीकी प्रगति के साथ गहराई से जुड़े हुए हैं। यह प्रश्नोत्तरी यह सुनिश्चित करने में एक महत्वपूर्ण कदम था कि वे रोडमैप और अपने महत्वपूर्ण योगदान को समझें।

सह-समन्वयक सुमित कुमार ने संगठनात्मक प्रयास और छात्र जुड़ाव की गुणवत्ता पर प्रकाश डाला। यह आयोजन कुशलतापूर्वक आयोजित किया जा रहा है, जिसमें निष्पक्ष खेल और प्रश्नोत्तरी के लिए निर्धारित राष्ट्रीय दिशानिर्देशों का पालन सुनिश्चित किया गया। प्रश्नोत्तरी के शीर्ष स्कोरर अब प्रतिष्ठित अगले चरणों में आगे बढ़ेंगे, जिसमें एक निबंध चुनौती और प्रस्तुति दौर शामिल हैं। ये विजेता देश भर के युवा दिमागों के एक विशिष्ट समूह में शामिल होंगे जो नई दिल्ली में राष्ट्रीय मंचों पर अपने विकास खाका प्रस्तुत करने के अवसर के लिए प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं। कार्यक्रम के अंत में कुलसचिव डॉ. श्यामवीर सिंह ने विजेताओं को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि ऐसी प्रतियोगिताएँ विद्यार्थियों में जागरूकता और राष्ट्रनिर्माण के प्रति उत्तरदायित्व की भावना उत्पन्न करती हैं। विद्यार्थियोंको राष्ट्र सेवा हेतु अपने कर्तव्य पथ पर अग्रसर होना चाहिए। विकसित भारत के अंतर्गत प्रमुख योजनाओं, ऐतिहासिक उपलब्धियों और भविष्य के नीतिगत लक्ष्यों पर केंद्रित क्विज़ प्रारूप, प्रतिभागियों की व्यापक जागरूकता का परीक्षण करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।




