




भटनेर पोस्ट डेस्क.
हनुमानगढ़ जिला मुख्यालय के पास स्थित श्री खुशाल दास विश्वविद्यालय में विश्व पर्यावरण दिवस पर कृषि विभाग, फार्मेसी, पैरामेडिकल व फिजियोथेरेपी विभाग द्वारा पौधारोपण किया गया, जिसमे करीब 51 छायादार पौधे लगाये गए। पौधारोपण की शुरुआत रिटायर्ड आईजी गिरीश चावला और कुलपति व कृषि विभाग के डीन प्रो. डॉ. आर.ए.मीणा द्वारा की गई। इस अवसर पर कृषि विभाग के डॉ. विजय दुगेसर, डॉ. अभिनव, डॉ. विकास, डॉ. अंकित, डॉ. ममता बेनीवाल, अमिता मीणा, विष्णु मूँड, राहुल यादव, सतनाम सिंह, फार्मेसी विभाग के डॉ. शिखा रहेजा, डॉ. अमित गिरधर, मोहित कुमार, रोहित अरोड़ा, पैरामेडिकल विभाग के डॉ. जी.आर. शर्मा, बीपीटी विभाग से डॉ. नवजोत सिंह, डॉ. प्रदीप शर्मा आदि सहित मौजूद रहे। श्री गुरु गोबिंद सिंह चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष बाबूलाल जुनेजा कहा कि बढ़ता प्रदूषण गंभीर समस्या है। अधिकाधिक पेड़ होंगे तभी प्रदूषण घटेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के आह्वान पर पूरे देश भर में स्वच्छ भारत व सघन वृक्षारोपण अभियान चलाया जा रहा है। इसी मंशा को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय में पर्यावरण दिवस पर ही नहीं बल्कि यहाँ अध्यनरत विद्यार्थियों के जन्मदिवस के अवसर पर पेड़ लगवाने की अनूठी पहल की गई है। पौधारोपण अभियान हम सब के लिए पर्यावरण संरक्षण का आह्वान है, यह छोटा सा कार्य जलवायु परिवर्तन से निपटने प्रदूषण को कम करने हमारे आस पास के वातावरण को हरा भरा बनाने में मददगार साबित हो सकता है इसलिए हम सब को अधिक से अधिक पौधारोपण करना चाहिए।
श्री खुशाल दास विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. रामावतार मीणा ने कहा कि विश्व पर्यावरण दिवस पर पौधे लगवाने की पहल के साथ विद्यार्थियों को नशा मुक्ति की भी शपथ दिलवाई गई, जिससे हमारी युवा पीड़ी नशा मुक्त जीवन जीने के लिए प्रेरित हो।
रिटायर्ड आईजी गिरीश चावला ने कहा कि श्री खुशालदास विश्वविद्यालय की ओर विश्वविद्यालय में अध्यनरत विद्यार्थियों के जन्म दिवस पर पौधारोपण अभियान की जो यह अनूठी पहल की गयी है। पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने एवं स्वास्थयवर्धक जीवन जीने के लिए हमारे समाज एवं देश की अति महती आवश्यकता को देखते हुए पौधारोपण अभियान की शुरूआत की गई। वृक्ष हमें प्राणवायु, फूल-फल, इंधन, छाया, शीतलता के साथ साथ बादलों को आकर्षित करने का भी कार्य करते है। स्वच्छ पर्यावरण से जीवन को बचाना है इसलिए पौधारोपण करना बहुत आवशयक है।
कुलसचिव प्रो. आशुतोष दीक्षित ने कहा कि पर्यावरण को सुधारने के लिए यह दिवस महत्वपूर्ण है जिसमें पूरा विश्व रास्ते में खड़ी चुनौतियों को हल करने का रास्ता निकालता हैं। लोगों में पर्यावरण जागरूकता को जगाने के लिए संयुक्त राष्ट्र द्वारा संचालित विश्व पर्यावरण दिवस दुनिया का सबसे बड़ा वार्षिक आयोजन है। इसका मुख्य उद्देश्य हमारी प्रकृति की रक्षा के लिए जागरूकता बढ़ाना और दिन-प्रतिदिन बढ़ रहे विभिन्न पर्यावरणीय मुद्दों को देखना है।





