





भटनेर पोस्ट ब्यूरो.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य और वरिष्ठ प्रचारक इंद्रेश कुमार संक्षिप्त प्रवास पर 6 दिसंबर को हनुमानगढ़ पहुंचे। उन्होंने जिला मुख्यालय स्थित अग्रसेन भवन में प्रमुख जन गोष्ठी को संबोधित किया। इसमें जिले भर के प्रमुख नागरिकों सहित सरकारी अधिकारियों ने भी भाग लिया। चंद्रेश कुमार ने कहा कि जागरूक समाज ही सशक्त राष्ट्र की नींव तैयार करता है। राष्ट्र निर्माण केवल सरकारों का काम नहीं, बल्कि हर नागरिक की जिम्मेदारी है। उन्होंने लोगों को यह समझाने की कोशिश की कि भारत को भूगोल की सीमाओं तक सीमित समझना उसकी गरिमा को छोटा करना है। भारत एक जीवन दर्शन है, एक ऐसी सोच जो समाज, संस्कृति और कर्तव्यबोध को जोड़ती है।


इंद्रेश कुमार ने कहा कि राष्ट्र की वास्तविक शक्ति समाज की जागरूकता, उसकी एकता और उसकी सकारात्मक सोच में बसती है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि जब जनता सजग और संगठित होती है, तब कोई भी चुनौती बड़ी नहीं रहती। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे खुद बदलाव का हिस्सा बनें, क्योंकि समाज और देश तभी आगे बढ़ते हैं जब नागरिक सक्रिय होकर अपनी भूमिकाओं को निभाते हैं।

युवाओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि उनका कर्तव्य केवल अपने करियर तक सीमित नहीं है। सेवा, सद्भाव, अनुशासन और नैतिकता जैसे मूल्य समाज को स्थिर रखते हैं, और युवा पीढ़ी इन मूल्यों को अपनाकर ही वास्तविक परिवर्तन ला सकती है। उन्होंने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य केवल नौकरी नहीं होना चाहिए। बच्चों को जीवन, समाज और राष्ट्र के प्रति जिम्मेदारियों की समझ भी दी जानी चाहिए। यही जागरूक पीढ़ी आगे जाकर राष्ट्र का चरित्र तय करती है।

राष्ट्र सुरक्षा पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि यह केवल सैनिकों की जिम्मेदारी नहीं है। हर नागरिक अनुशासन, स्वच्छता और कर्तव्यनिष्ठा अपनाए, यही सैनिकों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है। इंद्रेश कुमार ने कहा कि देश की महानता उसकी सेनाओं या संसाधनों से पहले उसके लोगों की नीयत, सोच और कर्म से तय होती है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि समय तभी बदलता है जब समाज खुद बदलाव के लिए तैयार हो।

कार्यक्रम के अंत में उन्होंने श्रोताओं के सवालों के जवाब भी दिए और विभिन्न सामाजिक एवं राष्ट्रीय मुद्दों पर स्पष्ट दृष्टिकोण रखा। उन्होंने कहा कि राष्ट्र को मजबूत बनाने का रास्ता संवाद, सहयोग और नागरिक चेतना से होकर गुजरता है। जन गोष्ठी में प्रमुख समाजसेवी राजेंद्र मदान मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे। जिला संघ चालक मोमनचंद मित्तल ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की और समाज की भूमिका पर संक्षिप्त टिप्पणी की। शहर के कई शिक्षाविद, डॉक्टर, व्यापारी और समाजसेवी बड़ी संख्या में कार्यक्रम में शामिल हुए, जिससे आयोजन की गंभीरता और जनभागीदारी दोनों स्पष्ट दिखीं।

कार्यक्रम स्थल पर आरएसएस के हनुमानगढ़ जिला प्रचार विभाग और संपर्क विभाग की ओर से विश्व संवाद केंद्र, जोधपुर प्रांत के बैनर तले साहित्य प्रदर्शनी भी लगाई गई। इस स्टॉल पर संघ विचार, भारतीय संस्कृति और राष्ट्र निर्माण से जुड़े कई ग्रंथ उपलब्ध कराए गए, जिनमें लोगों ने रुचि दिखाई। कार्यक्रम संयोजकों ने अंत में सभी उपस्थित नागरिकों का आभार जताया। जन गोष्ठी का सार यही रहा कि राष्ट्र का भविष्य केवल नीतियों से नहीं, जागरूक नागरिकों की सक्रिय भूमिका से तय होता है।






