





भटनेर पोस्ट ब्यूरो.
अगर आप शिक्षक हैं या सरकारी कर्मचारी, तो यह खबर आपके लिए बेहद अहम है। सरकार और जनप्रतिनिधियों के खिलाफ सोशल मीडिया पर लिखी गई बातें अब सीधे आपकी नौकरी पर असर डाल सकती हैं। ऐसा ही एक मामला राजसमंद जिले में सामने आया है, जहां एक शिक्षक को यूट्यूब और सोशल मीडिया पर शिक्षा मंत्री और सरकार के खिलाफ पोस्ट करना भारी पड़ गया।

शिक्षा विभाग ने शिकायतों की जांच के बाद गणित एवं विज्ञान के शिक्षक कैलाश चंद समोता को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। कैलाश चंद समोता राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय, धुकल सिंह जी का खेड़ा (पंचायत समिति आमेट) में लेवल-2 के शिक्षक हैं।

शिक्षक पर आरोप है कि उन्होंने शिक्षा मंत्री मदन दिलावर, शिक्षा विभाग के अधिकारियों और राज्य सरकार के खिलाफ सोशल मीडिया व यूट्यूब पर अवांछित टिप्पणियां कीं। बिश्नोई समाज के खिलाफ भड़काऊ पोस्ट डाले। राजनीतिक दलों और प्रत्याशियों के समर्थन में सक्रिय रहकर माहौल बनाया। प्रधानमंत्री मोदी और जनप्रतिनिधियों के विरोध में पोस्ट साझा किए। समाचार पत्रों में कार्मिकों को हटाने हेतु प्रदर्शन संबंधी खबरें छपवाकर विद्यालय का वातावरण खराब किया।

इन शिकायतों की जांच पूरी होने के बाद राजसमंद के जिला शिक्षा अधिकारी गिरिजा शंकर मिश्रा ने शिक्षक को निलंबित करने का आदेश जारी कर दिया। आदेश में कहा गया है कि ऐसी गतिविधियों से शिक्षा विभाग की छवि धूमिल हुई है और अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। राजस्थान सरकार पहले ही यह स्पष्ट कर चुकी है कि अधिकारी-कर्मचारी सोशल मीडिया पर सरकार या मंत्रियों के खिलाफ टिप्पणी न करें। सरकार अब ऐसे मामलों में बेहद गंभीर है और लगातार निगरानी कर रही है।




