



भटनेर पोस्ट डेस्क.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य और वरिष्ठ प्रचारक इंद्रेश कुमार शनिवार यानी 6 दिसंबर को हनुमानगढ़ जिले के प्रवास पर पहुंच रहे हैं। संघ के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित ‘प्रमुख जन गोष्ठी’ में वे मुख्य वक्ता के तौर पर शामिल होंगे। यह संगोष्ठी 6 दिसंबर को प्रातः 10.30 बजे हनुमानगढ़ जंक्शन कलेक्टरेट रोड स्थित अग्रसेन भवन में आयोजित की जा रही है। समाज के विभिन्न वर्गों के अग्रणी, प्रमुख नागरिक और विशिष्ट जन इसमें भाग लेंगे। राष्ट्र, समाज, सांस्कृतिक मूल्यों और वर्तमान परिवेश से जुड़े विविध विषयों पर गहन और सारगर्भित विमर्श इस कार्यक्रम का केंद्र बिंदु रहेगा।
इंद्रेश कुमार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारकों में शुमार हैं। प्रचारक वह कार्यकर्ता होता है जो आजीवन संगठन और समाजसेवा को अपना कर्तव्य मानकर चलता है। इंद्रेश कुमार दशकों से संघ के विभिन्न दायित्वों पर सक्रिय हैं और नीति, समाज-संपर्क तथा राष्ट्रीय मुद्दों पर उनकी स्पष्ट दृष्टि के लिए उन्हें जाना जाता है। वे संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जहां प्रमुख निर्णयों और दिशा-निर्धारण में उनका योगदान माना जाता है।

संघ के भीतर इंद्रेश कुमार विशेष रूप से अल्पसंख्यक संपर्क और सामाजिक समरसता से जुड़े काम को देखते हैं। यह वह क्षेत्र है जहां विभिन्न धार्मिक और सामाजिक समूहों के बीच संवाद, विश्वास और सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया जाता है। वर्षों से वे देश के अलग-अलग हिस्सों में अल्पसंख्यक समुदायों के साथ संपर्क, संवाद और राष्ट्रहित से जुड़े विषयों पर विचार-विमर्श की पहल का नेतृत्व करते आए हैं। संपर्क प्रमुख चेतन जिंदल बताते हैं, ‘इंद्रेश कुमार का प्रयास रहा है कि समाज में पारस्परिक सद्भाव, सुरक्षा की भावना और सांस्कृतिक एकता मजबूत हो।’

स्वयंसेवक भवानी शंकर शर्मा बताते हैं, ‘हनुमानगढ़ में आयोजित यह गोष्ठी संघ के शताब्दी वर्ष कार्यक्रमों की कड़ी है, जिसका उद्देश्य समाज के विभिन्न वर्गों को साथ लाकर व्यापक राष्ट्रीय विमर्श को आगे बढ़ाना है। उम्मीद की जा रही है कि इंद्रेश कुमार अपने संबोधन में संघ की भविष्य-योजना, समाज के साथ जुड़ाव और बदलते भारत के संदर्भ में संगठन की भूमिका पर विस्तृत विचार प्रस्तुत करेंगे। इस कार्यक्रम से जिले में वैचारिक मंथन और सामाजिक जागरूकता को नई दिशा मिलने की संभावना है।’




