भटनेर पोस्ट पॉलिटिकल डेस्क.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर मुद्दे तय कर दिए। बीकानेर में उन्होंने अपने भाषण से यह स्पष्ट कर दिया कि बीजेपी जिस वजह से कर्नाटक में हारी, राजस्थान में उसी ‘वजह’ को तूल देकर वह सत्ता में वापसी का प्रयास करेगी। जाहिर है, मोदी ने भ्रष्टाचार के मुद्दे को तूल देने की कोशिश की। बकौल पीएम मोदी, ‘हम दिल्ली से योजनाओं का पैसा भेजते हैं, यहां कांग्रेस का पंजा झपट्टा मार देता है। कांग्रेस सरकार ने चार साल में राजस्थान का बहुत नुकसान किया है और ये बात कांग्रेस के नेता भी अच्छी तरह जानते हैं। कांग्रेस का एक ही मतलब है। लूट की दुकान, झूठ का बाजार। कांग्रेस की झूठ की राजनीति का शिकार सबसे ज्यादा राजस्थान का किसान हुआ है। पिछले चुनावों में किसानों का कर्जा माफ करने का वादा किया था। इनके नेता ने 10 दिन में कर्जा माफ करने की कसम खाई थी। 10 दिन, 10 महीने और आज 4 साल में भी कर्जा माफ हुआ क्या?’
मोदी ने अपने भाषण में कांग्रेस के उस रुख पर भी ध्यान इंगित किया जिसमें कमजोर स्थिति वाले विधायकों को टिकट नहीं देने की बात की जा रही है। मोदी बोले-‘कुछ विधायक और मंत्री तो चुनाव से छह महीने पहले ही बंगला खाली करने लगे हैं। उन्हें अपनी हार का पता चल गया है। दीया बुझने से पहले लपलपाता है।’
मोदी के भाषण से यह साफ हो गया कि पेपरलीक के मामले में बीजेपी राज्य सरकार पर हमलावर रहेगी। मोदी ने राजस्थान में पेपर लीक की इंडस्ट्री खोलने का आरोप लगाया और कहाकि यहां यूथ की तकदीर के साथ मजाक हो रहा है। उन्होंने महिलाओं के बढ़ते अपराधों का जिक्र किया और राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए।
मोदी के भाषण से यह भी स्पष्ट हो गया कि बीजेपी राजस्थान में सीएम गहलोत को बड़ी चुनौती मान रही है। लिहाजा, प्रधानमंत्री मोदी गहलोत पर व्यक्तिगत अटैक करने से नहीं चूके। बकौल मोदी, ‘ सीएम गहलोत अपने बेटे का भविष्य बचाने में लगे हुए हैं। प्रदेश के बेटे-बेटियों से कोई मतलब नहीं हैं। कई मंत्री इसे लेकर उन पर खार खाए हुए हैं।’ मोदी अपने नेताओं द्वारा जुटाई भीड़ से से उत्साहित नजर आए और उन्होंने इसका जिक्र भी किया। बोले-यह भीड़ बता रही है कि गहलोत सरकार की विदाई होने वाली है और बीजेपी की सरकार बनने वाली है।’