कांग्रेस करेगी मोदी के भाषण का ‘एनकाउंटर’, ये है मेगा प्लान!

भटनेर पोस्ट ब्यूरो. जयपुर.

कांग्रेस ने पीएम मोदी की सक्रियता और उनके भाषणों में लगाए जा रहे आरोपों का माकूल जवाब देने की रणनीति बनाई है। पार्टी मानती है कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के पास मजबूत मुद्दे हैं और वह है विकास। इसी मुद्दे पर जनादेश हासिल करना संभव है। कांग्रेस इसके लिए बकायदा रणनीति बना रही है। जनप्रतिनिधियों व पूर्व जनप्रतिनिधियों सहित संगठन के पदाधिकारियों व आम कार्यकर्ताओं को इसके लिए तैयार किया जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक, पार्टी ने तय कर लिया है कि इस बार 2013 जैसी गलती नहीं दोहरानी। उस वक्त भी बीजेपी ने कांग्रेस को बदनाम करने के लिए ‘झूठ’ का सहारा लिया और वह इसमें कामयाब हो गई।
2013 चुनाव हारने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक इंटरव्यू में स्वीकार किया था कि तमाम जन कल्याणकारी योजनाओं के बावजूद कांग्रेस की इसलिए करारी हार हुई क्योंकि बीजेपी वाले झूठ पर झूठ बोले जा रहे थे और कांग्रेस उस झूठ पर कोई प्रतिक्रिया इसलिए नहीं दे रही थी कि यह तो झूठ है, पब्लिक सब जानती है। जिन लोगों को योजनाओं का लाभ मिला वे भला बीजेपी के झूठ पर भरोसा कैसे करेंगे ? गहलोत के मुताबिक, यही ‘गलती’ हो गई। कहावत भी है कि एक झूठ को अगर सौ बार बोलो तो जनता उसे सच मान लेती है। वही हो गया।
दरअसल, कांग्रेस इस बार आक्रामक तरीके से पीएम मोदी को घेरेगी और विधानसभा चुनाव प्रचार के माध्यम से 2024 के लिए भी सियासी जमीन मजबूत करना चाहती है। चूंकि विधानसभा चुनाव में बीजेपी स्पष्ट कर चुकी है तो उसका चेहरा ‘मोदी’ हैं तो कांग्रेस इसी आधार पर बीजेपी को पटखनी देने पर विचार कर रही है।
मोदी ने राजस्थान दौरों में अपने भाषणों के माध्यम से जिन मसलों का उठाया है, माना जा रहा है कि बीजेपी के लिए वही मुद्दे हैं। ऐसे में कांग्रेस ने मोदी के भाषण का ‘एनकाउंटर’ करने का प्लान बनाया है। 

 पीसीसी चीफ गोविन्द सिंह डोटासरा कहते हैं,‘ पीएम मोदी को राजस्थान आकर वोट मांगने का कोई नैतिक हक नहीं है। पिछली बार मोदी ने ईआरसीपी का मसला उठाया था, अब वे इस राष्ट्रीय परियोजना पर चुप्पी साधे बैठे हैं। किस मुंह से वे राजस्थान की जनता से वोट मांगेंगे ?’ डोटासरा प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किसानों की कर्जमाफी पर उठाए सवालों पर कहते हैं, ‘राहुल गांधी ने किसानों का कर्जमाफ करने का वादा किया और कांग्रेस की गहलोत सरकार ने किसानों का 15 हजार करोड़ से अधिक कर्ज माफ कर दिया। मोदी को शायद यह ज्ञान नहीं कि राष्ट्रीय बैंक से जुड़े कर्जमाफ करने का अधिकार राज्य सरकार का नहीं बल्कि केंद्र सरकार का है जिसके वे प्रधानमंत्री हैं। राज्य सरकार इस बाबत केंद्र को कई बार पत्र लिख चुकी है, सार्वजनिक तौर पर मांग कर चुकी है लेकिन पीएम मोदी को किसानों की पीड़ा से कोई वास्ता नहीं। उन्हें तो अभिनय करना है और वे किसानों को गुमराह करने में लगे हैं। लेकिन किसान उनकी असलियत समझ चुका है।’ 

मोदी के मुंह से नहीं निकलता “म से महंगाई”

कांग्रेस मानती है कि पीएम मोदी की राजनीति की बुनियाद झूठ है। डोटासरा कहते हैं, नरेंद्र मोदी 2013 में महंगाई पर यूपीए सरकार को घेरते थे, आज उनके भाषण में म से महंगाई शब्द गायब है। मोदी नौ साल पहले 400 रुपए के रसोई गैस सिलेंडर को महंगा बताते थे, आज 1160 के करीब है, मोदी 55 रुपए डीजल और 60 रुपए प्रति लीटर पेटोल को महंगा बताते थे आज 113 रुपए है। खाने का तेल 55 रुपए था आज 210 है फिर भी प्रधानमंत्री मोदी म से महंगाई बोलने के लिए तैयार नहीं। वहीं गहलोत सरकार ने महंगाई राहत कैम्प लगाकर आम जनता को महंगाई से राहत देने का काम किया तो बीजेपी वालों को यह बात पच नहीं रही। क्योंकि उन्हें गरीबों, मजदूरों, छोटे व्यापारियों, किसानों, कर्मचारियों व युवाओं से कोई मतलब नहीं। उन्हें सिर्फ सत्ता सुख हासिल करने से मतलब है। इसके लिए वे धार्मिक भावनाएं भड़काते हैं। लेकिन जनता अब धीरे-धीरे उनके वास्तविक चेहरे को पहचान चुकी है। उनके झूठ पर भरोसा नहीं करेगी।’ 
मणिपुर को देश का हिस्सा नहीं मानते मोदी ?’ 
पीएम मोदी द्वारा राजस्थान में कानून व्यवस्था को मुद्दा बनाने पर पीसीसी चीफ डोटासरा ने कहते हैं, ‘पीएम मोदी का ध्यान वास्तविक मुद्दों पर नहीं रहता। जब मणिपुर जल रहा है तो प्रधानमंत्री के मुंह से शांति की अपील तक नहीं सुनी गई। मोदी को ‘विध्वंस’ पसंद है। उन्हें शांति के लिए विख्यात राजस्थान पर झूठा आरोप लगाने के लिए समय है लेकिन मणिपुर हिंसा पर रोक लगाने के लिए एक शब्द बोलने का भी समय नहीं। जनता पूछ रही है कि आखिर किस तरह के प्रधानमंत्री हैं मोदी ? क्या, उन्होंने भारत का नया नक्शा बनाया है जिसमें मणिपुर के लिए जगह नहीं ?’ 

भ्रष्ट लोग सलाखों के पीछे

कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा कहते हैं, ‘राजस्थान एकमात्र राज्य है जहां इतनी बड़ी संख्या में भ्रष्ट लोगों पर कार्रवाई हुई। यह छोटी बात है कि कलक्टर-एसपी स्तर के अधिकारी जेल गए। कभी किसी ने सुना था ? गहलोत सरकार ने साबित कर दिखाया कि गलती कोई करेगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा। भले वह कितना बड़ा अधिकारी या जनप्रतिनिधि क्यों न हो।’ डोटासरा के मुताबिक, सरकार ने भ्रष्टाचार के विरुद्ध अभियान चलाकर 1750 से अधिक भ्रष्ट अधिकारी और कर्मचारियों को जेल में पहुंचाया है। डोटासरा ने कहा कि राजस्थान में प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रश्न पत्रों को लीक करने वालों के खिलाफ कड़े कानून बने हैं। इसमें आजीवन कारावास की सजा का प्रावधान राजस्थान की कांग्रेस सरकार करने जा रही है। ऐसे प्रयास देश के अन्य किसी राज्य में नहीं किए गए, जबकि भाजपा शासित गुजरात, हरियाणा, उत्तर प्रदेश एवं मध्यप्रदेश में भर्ती परीक्षाओं के पेपर लगातार लीक हो रहे हैं।
परिवारवाद: मोदी पर पलटवार

कांग्रेस ने कांग्रेस पर परिवारवाद का आरोप लगाने पर पीएम मोदी को आड़े हाथों लेते हुए कहाकि मोदी आम जनता को क्या समझते हैं। बीजेपी में नीचे से उपर तक परिवारवाद व्याप्त है। नेताओं के बेटे विधायक, सांसद और मंत्री बन रहे। बीजेपी ने चार राज्यों में प्रदेशाध्यक्ष बनाया तो उसमें नेताओं के ही बेटे-बेटियां हैं। राजस्थान में सह प्रभारी लगाया वे कौन हैं? जनता सब जानती है, अब उनके झांसेबाजी को समझ चुकी है। अब बीजेपी ‘काठ की हांडी’ चढ़ाना बंद करे। जनता बीजेपी का बोरिया-बिस्तर’ गोल करने के लिए तैयार है।

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