



भटनेर पोस्ट ब्यूरो.
हनुमानगढ़ में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के आगमन का स्वागत सिर्फ पुष्पों से नहीं हुआ, बल्कि कुछ तीखे सवालों और ज्वलंत मुद्दों के साथ भी हुआ। सर्किट हाउस पहुंचे प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन जिला हनुमानगढ़ के प्रतिनिधियों ने जिलाध्यक्ष सुरेश शर्मा के नेतृत्व में सीएम को ज्ञापन दिया। ज्ञापन में एसोसिएशन ने दो बड़े मुद्दे उठाए। पहला, शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीई) के तहत लंबित पूर्ण भरण राशि का भुगतान और दूसरा, समान परीक्षा योजना में अतिरिक्त फीस वसूली का विरोध।
एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष सुरेश चंद्र शर्मा का कहना था कि पहले हर साल 31 मार्च से पहले सरकार आरटीई की देनदारी चुका देती थी, लेकिन इस बार साल बदल गया, उम्मीदें बदल गईं, पर भुगतान नहीं आया। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा, ‘इस देरी ने कई स्कूलों की आर्थिक रीढ़ तोड़ दी है।’ मुख्यमंत्री से उन्होंने मांग की कि सत्र 2024-25 के बिल तत्काल जनरेट करवाए जाएं और 2025-26 से भुगतान की एक निश्चित तिथि तय की जाए, ताकि स्कूल प्रबंधन भविष्य की योजना तय कर सके।
जिला महासचिव भारत भूषण कौशिक ने समान परीक्षा योजना में हाल ही में किए गए बदलावों पर आपत्ति जताई। उन्होंने बताया कि इस बार सिर्फ 9वीं और 11वीं की परीक्षा होनी है, लेकिन फीस सभी कक्षाओं से वसूल की जा रही है, ‘ये कैसा न्याय है? ये दोहरी मार है। परीक्षा दो कक्षाओं की, लेकिन शुल्क चार की! इससे स्कूलों पर अनावश्यक आर्थिक बोझ पड़ेगा। हमारे साथ सौतेला व्यवहार हो रहा है।’

स्कूल प्रबंधकों की नाराजगी चरम पर
ज्ञापन में स्पष्ट आरोप लगाए गए कि राज्य सरकार के अधिकारी निजी स्कूलों के साथ दोयम दर्जे का व्यवहार कर रहे हैं। बार-बार ऐसे आदेश निकल रहे हैं जो व्यावहारिक नहीं हैं, और इनसे निजी संस्थान हतोत्साहित हो रहे हैं। मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपने पहुंचे प्रतिनिधिमंडल में एसोसिएशन के प्रमुख पदाधिकारियों के अलावा दर्जनों स्कूल संचालक व पदाधिकारी शामिल थे। इनमें तहसील अध्यक्ष गुरप्रीत सिंह, विजय सिंह चौहान, बलकरण सिंह, रणजीत ढिल्लो, पंकज रोकणा, श्रवण शर्मा, योगेश शर्मा, शिन्टू मिश्रा, प्रकाश शर्मा, दीपक कश्यप, लोकेश शर्मा, महावीर शर्मा जैसे सक्रिय सदस्य शामिल रहे।



