



भटनेर पोस्ट साहित्य डेस्क.
साहित्य समिति राजगढ़ के तत्वावधान में सेठ सूरजमल मोहता साहित्य पुरस्कार वितरण समारोह शीतला बाजार स्थित मोहता महिला महाविद्यालय के सभागार में हुआ। जिला विधिक प्राधिकरण के सचिव मोहनलाल सोनी ने अध्यक्षता की। मुख्य अतिथि मोहता संस्थाओं के चेयरमैन श्रीवर्धन मोहता व विशिष्ट अतिथि थाना प्रभारी राजेश सिहाग व नगरश्री के सचिव श्याम सुंदर शर्मा थे।
वर्ष 2023 के लिए जयपुर के ख्यातनाम साहित्यकार वेद व्यास व 2024 के लिए जोधपुर के वरिष्ठ साहित्यकार मनोहर सिंह राठौड़ को पुरस्कार के रूप में 50-50 हजार की राशि के साथ शाल, श्रीफल, मुक्तामाला, प्रमाण-पत्र व प्रतीक चिह्न भेंटकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में नगर के गणमान्य जन, चिकित्सक, शिक्षाविद व विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
मुख्य अतिथि श्रीवर्धन मोहता ने अपने दादाजी सूरजमल मोहता के नाम से दिए वाले पुरस्कार को शिक्षा, नगर विकास के साथ-साथ साहित्य के क्षेत्र में उनके आत्मीय भाव की सार्थक स्मृति बताया। साहित्यकार मनोहर सिंह राठौड़ ने साहित्य के प्रश्रय के लिए श्रेष्ठिजनों के योगदान पर प्रकाश डाला। साहित्यकार वेदव्यास ने विद्यार्थियों व युवा पीढ़ी को साहित्यिक गतिविधियों से जोड़ने की आवश्यकता पर बल दिया। विशिष्ट अतिथि राजेश सिहाग व श्याम सुंदर शर्मा ने भी विचार व्यक्त किए।
इस अवसर पर डॉ. पितराम गोदारा, झुंझुनू की पुस्तक ‘दरकते रिश्ते एवं बिखरती जिंदगी’ का विमोचन भी किया गया। सामाजिक सरोकारों के प्रेरक डॉ. गोदारा ने भोजन के अपव्यय को रोकने की बात कही। मोहता संस्थाओं के अध्यक्ष श्रीवर्धन मोहता ने अतिथियों को सेठ सूरजमल मोहता द्वारा रचित बहुमूल्य पुस्तकों का सैट भेंट किया।
अध्यक्ष मोहनलाल सोनी आरजेएस ने साहित्य को समाज का दर्पण बताते हुए समाज के प्रति साहित्यकारों के अमूल्य योगदान को उद्धृत किया। अतिथियों व बाहर से आने वाले साहित्यकारों को प्रतीक चिह्न प्रदान किए गए। समिति के अध्यक्ष डॉ. रामकुमार घोटड़ ने आगंतुकों के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन समिति मंत्री अनिल शास्त्री ने किया।



