भटनेर पोस्ट डॉट कॉम.
बीजेपी ने राजस्थान विधानसभा चुनाव जीतने के लिए रणनीति में बदलाव किया है। मुसलमानों से दूरी बढ़ाकर रखने वाली भाजपा इस बार नजदीकियां बढ़ाने के लिए मजबूर हो रही है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ‘भटनेर पोस्ट डॉट कॉम’ को बताते हैं, ‘करीब दो दर्जन सीटों पर सर्वे करवाया है। इनमें से करीब छह सीटों पर मुस्लिम उम्मीदवार उतारने का फैसला करीब-करीब हो चुका है।’
काबिलेगौर है कि राजस्थान में करीब तीन दर्जन से अधिक ऐसी सीटें हैं जहां पर मुस्लिम वोट निर्णायक है। इनमें बीकानेर, खाजूवाला, पुष्कर, जैसलमेर, शिव, पोकरण, फलौदी, सरदारपुरा, सूरसागर, सिविल लाइंस, किशनपोल, झुंझुनूं, फतेहपुर, सीकर, हवामहल, चूरू, बूंदगी, अलवर ग्रामीण, लाडनूं नगर, मकराना, टोंक, डीडवाना आदि प्रमुख हैं।
भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा ने पार्टी ने 15 टिकट मांगा है। इस बीच, पूर्व मंत्री युनूस खान डीडवाना, अमीन पठान कामां, मदरसा बोर्ड की पूर्व चेयरमैन मेहरूनिशा टाक ने सीकर ने टिकट मांगा है। पार्टी अपने स्तर पर सर्वे करवा रही है। सर्वे के मुताबिक, फैसला करने की बात कही जा रही है। गौरतलब है कि मेहरू निशा टाक का ससुराल नोहर है।
काबिलेगौर है कि राजस्थान में करीब तीन दर्जन से अधिक ऐसी सीटें हैं जहां पर मुस्लिम वोट निर्णायक है। इनमें बीकानेर, खाजूवाला, पुष्कर, जैसलमेर, शिव, पोकरण, फलौदी, सरदारपुरा, सूरसागर, सिविल लाइंस, किशनपोल, झुंझुनूं, फतेहपुर, सीकर, हवामहल, चूरू, बूंदगी, अलवर ग्रामीण, लाडनूं नगर, मकराना, टोंक, डीडवाना आदि प्रमुख हैं।
भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा ने पार्टी ने 15 टिकट मांगा है। इस बीच, पूर्व मंत्री युनूस खान डीडवाना, अमीन पठान कामां, मदरसा बोर्ड की पूर्व चेयरमैन मेहरूनिशा टाक ने सीकर ने टिकट मांगा है। पार्टी अपने स्तर पर सर्वे करवा रही है। सर्वे के मुताबिक, फैसला करने की बात कही जा रही है। गौरतलब है कि मेहरू निशा टाक का ससुराल नोहर है।