भटनेर पोस्ट चुनाव डेस्क.
गुलाब सींवर ने कहाकि हम राजनीति सत्ता के लिए नहीं सेवा के लिए करते हैं। लेकिन जनता की उम्मीदों को तभी पूरा कर सकते हैं जब पॉवर हो। बस, इसीलिए जब बीजेपी ने किसी और को टिकट दिया तो जनता ने आदेश किया कि आप चुनाव लड़िए। पहली बार संगरिया के इतिहास में जनता के टिकट पर कोई चुनाव लड़ने आया है और वह सौभाग्य मुझे मिला है। जनता अपने टिकट को ही जिताएगी, किसी पार्टी के टिकट को नहीं।
गुलाब सींवर ने खुलासा करते हुए कहाकि केंद्रीय और राज्य नेतृत्व से फोन आए कि चुनाव मत लड़ो, हम आपको वैसे ही लाल बत्ती गाड़ी देंगे।
बकौल गुलाब सींवर, ‘हमें लाल बत्ती गाड़ी देने का लालच दिया गया लेकिन हमने दो टूक कह दिया कि हममें क्या कमी दिखी कि टिकट के लायक नहीं समझा। पार्टी ने जब भी कोई जिम्मेदारी सौंपी, हमने सम्मान के साथ ईमानदारीपूर्वक निभाया। पार्टी ने महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने की बात कही लेकिन पूरे जिले में एक भी महिला को टिकट नहीं देना क्या दर्शाता है? मेरे साथ अन्याय हुआ है। अभी जनता ने फैसला कर दिया है इसलिए मैं अब इसे नहीं बदल सकती। जनता मेरे साथ है औ मैं जनता के साथ हमेशा रही हूं। मुझे लाल बत्ती नहीं चाहिए। अगर मुझे लाल बत्ती की चाहत होती तो मैं भी सूटकेस भरकर आती और लाल बत्ती वाली गाड़ी ले जाती। अब जनता ने बीजेपी के टिकट वाली अटैची को वापस भेजने का मन बना लिया है।’
इतना ही नहीं, गुलाब सींवर ने कांग्रेस सहित अन्य पार्टियों को लेकर भी खुलासे किए। गुलाब सींवर ने कहाकि बाकी दलों सहित कांग्रेस ने भी टिकट के ऑफर दिए लेकिन हमने विनम्रता के साथ ठुकरा दिया। सिर्फ जनता के भरोसे क्योंकि जनता ही चुनाव जिताती है और जनता ही चुनाव हराती है।