भटनेर पोस्ट न्यूज सर्विस.
हनुमानगढ़ जिला मुख्यालय स्थित बेबी हैप्पी मॉर्डन पीजी कॉलेज में शिक्षक दिवस पर सम्मान समारोह हुआ। अध्यक्षता कॉलेज डायरेक्टर तरूण विजय ने की। मुख्य अतिथि एडीएम उम्मेदी लाल मीणा थे। उन्होंने कहा कि शिक्षकों भी कई परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उनके कंधों पर बच्चों को पढ़ाने के अलावा कई और सरकारी कामों को करने की जिम्मेदारी है। गुरु ही हमें सही और ग़लत का अंतर सिखाते हैं। उनका समर्पण और मेहनत ही हमारे भविष्य की नींव है। एडीएम ने कहा कि पूरी दुनिया में गुरु के समान कोई दानी है और शिष्य के समान कोई याचक नहीं।
कॉलेज डायरेक्टर तरूण विजय ने कहा कि एक विघार्थी की जिंदगी में शिक्षक का सबसे अहम योगदान होता है; एक शिक्षक ही है जो आपको अपने लक्ष्य तक पहुंचने में मदद करता है। जिंदगी को अंधेरे से रोशनी की मशाल दिखाने का काम अध्यापक ही करता है। शिक्षक दिवस वो खास दिन है जब हम इस बात पर चर्चा करते है कि अध्यापक ने हमारी जिंदगी में कितना प्रभाव डाला है। शिक्षक वो मशाल है जो खुद जलकर शिष्य की जिंदगी को रोशन करता है। इस मौके पर आए अतिथियों का कॉलेज प्रशासन की ओर से सम्मान किया गया, इसके अलावा खेल क्षेत्र में अव्वल रहे खिलाडियों का भी कॉलेज की तरफ से सम्मान किया गया।
कॉलेज प्रबंध समिति के चेयरमैन आशीष विजय ने कहा कि इस दिन हमारे पास मौका होता है कि शिक्षको के प्रति सम्मान ओर कृतज्ञता व्यक्त कर सकते हैं। शिक्षक समाज की रीढ होते हैं। वे हमारे जीवन के पहले गुरू होते है जो हमे केवल पाठयक्रम का ज्ञान ही नहीं बल्कि जीवन की सच्ची शिक्षा भी देते है। आशीष विजय ने बच्चों से आह्वान किया वे अपने माता पिता और गुरूजनों का हमेशा आदर और सत्कार करें।
प्रशाासक परमांनद सैनी ने कहा कि शिक्षक ही वे मार्गदशक होते हैं, जो हमे सही दिशा दिखाते है; हमारे ज्ञान को बढाने का काम करते है साथ ही हमे जीवन के कठिन मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करते हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षक ही मेहनत का फल ही शिष्य अपने जीवन मे पाते हैं। आज इस अवसर पर अपने सभी शिक्षको को धन्यवाद देना चाहता हंू, उनका योगदान अमूल्य है हम उनका सम्मान करते हैं।
प्राचार्य डॉ विशाल पारीक ने कहा कि आज हम राष्टीय शिक्षक दिवस के अवसर पर एकत्रित हुए हैं। इस दिन को देश के महान शिक्षक डॉ सर्वपल्लवी राधाकृष्णन की जयंती के रूप में मनाते हैं। इस खास दिन पर हमें शिक्षा और शिक्षको के महत्व को समझने का मौका मिलता है। शिक्षा ही हमे सोचने की क्षमता निर्णय लेने की शक्ति और समाज के प्रति जिम्मेदारी का अहसास कराती है।
उपप्राचार्य डॉ मनोज शर्मा ने कहा कि इस विशेष दिन पर हमे चाहिए कि हम शिक्षा की शक्ति को समझकर समाज में अपना योगदान दें। शिक्षा को अपने जीवन में पूरी तरह से उतारें जिससे हम एक समृद्ध और ज्ञानवर्धन समाज बना सकें।
समिति के उपाध्यक्ष रौनक विकास ने कहा कि माता पिता के बाद टीचर ही हमारे जीवन को एक सही राह देते है और बेहद महत्वपूर्ण भूमिका भी निभाते है। वह न केवल हमे शिक्षा देते है बल्कि असल जिंदगी में सफल की हिम्मत भी देते हैं।
अंत में बी.एड कॉलेज की प्राचार्य संतोष चौधरी ने आभार जताया और सभी को शुभकामनाएं दी।