

भटनेर पोस्ट ब्यूरो.
समाज में जैसा माहौल बनता है, वैसी ही सोच आकार लेती है। यही कारण है कि हनुमानगढ़ जिला पुलिस ने सोशल मीडिया पर फैल रहे नकारात्मक और आपराधिक प्रभावों पर नकेल कसने के लिए एक सख्त और व्यापक अभियान शुरू किया है। सोशल मीडिया के इस दौर में जहां एक ओर सूचना का प्रवाह तेज हुआ है, वहीं दूसरी ओर बुराई भी बिजली की गति से फैल रही है। पुलिस का यह अभियान उसी बुराई पर रोक लगाने का प्रयास है, जो गैंगस्टर कल्चर, हथियारों की नुमाइश और अपराधियों के महिमामंडन के रूप में युवाओं को गुमराह कर रही है।

हनुमानगढ़ एसपी हरिशंकर के निर्देशन में चल रहे इस विशेष अभियान के तहत अब तक 90 संदिग्ध सोशल मीडिया अकाउंट्स की पहचान की गई है, जिन पर आपराधिक प्रवृत्ति की पोस्ट या गैंगस्टरों की प्रशंसा से जुड़ी सामग्री पाई गई। इन अकाउंट्स को चिन्हित कर पुलिस ने एक-एक कर कार्रवाई शुरू कर दी है।

अभियान के दौरान पुलिस ने दो आरोपियों को अवैध हथियारों के साथ गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से एक देसी पिस्टल, दो जिंदा कारतूस और एक धारदार कापा जब्त किया गया। इस संबंध में आर्म्स एक्ट के तहत दो मुकदमे दर्ज किए गए हैं।
इसी अभियान के तहत पुलिस ने 41 युवकों को धारा 170 बीएनएस के तहत हिरासत में लेकर पूछताछ की, जबकि तीन नाबालिगों सहित 36 युवकों को समझाइश देकर छोड़ा गया। पुलिस ने उनसे उनके सोशल मीडिया अकाउंट्स पर डाली गई आपराधिक प्रवृत्ति की पोस्ट हटवाईं और भविष्य में ऐसी गतिविधियों से दूर रहने की कड़ी हिदायत दी।

एसपी हरिशंकर ने सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्र में इस अभियान को सख्ती से लागू करें और किसी भी तरह के अपराध प्रोत्साहन वाले कंटेंट को बर्दाश्त न किया जाए। उनका कहना है कि सोशल मीडिया पर निगरानी अब पुलिस की प्राथमिक जिम्मेदारी बन चुकी है, क्योंकि आज अपराधी मानसिकता पहले स्क्रीन पर उभरती है, फिर सड़क पर।

एसपी हरिशंकर ने आमजन से भी अपील की है कि वे किसी भी स्थिति में गैंगस्टरों या गन कल्चर को बढ़ावा देने वाली पोस्ट न करें। अगर किसी को इस तरह की पोस्ट या वीडियो दिखाई दे, तो वह तत्काल हनुमानगढ़ पुलिस के सोशल मीडिया हैंडल पर इसकी शिकायत दर्ज कराए। पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया है कि अपराधियों या हथियारों का महिमामंडन करने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

इस बीच, समाज के विभिन्न वर्ग ने इसका स्वागत किया है। भाजपा के जिला उपाध्यक्ष ओम सोनी ने भटनेर पोस्ट डॉट कॉम’ से कहा, ‘यह अभियान समय की मांग है। जिस तेजी से सोशल मीडिया हमारे जीवन का हिस्सा बना है, उसी तेजी से अपराधियों के लिए यह मंच भी बन गया है। ऐसे में पुलिस की सतर्कता सराहनीय है। साथ ही, अभिभावकों को भी अपने बच्चों की ऑनलाइन गतिविधियों पर नजर रखनी चाहिए ताकि वे गलत दिशा में न जाएं।’
दरअसल, हाल के वर्षों में सोशल मीडिया पर ‘गन कल्चर’ और ‘गैंगस्टर स्टाइल’ का दिखावा युवाओं के बीच एक ट्रेंड बन चुका है। यह न केवल सामाजिक असंतुलन पैदा कर रहा है, बल्कि युवाओं के मानसिक विकास पर भी नकारात्मक असर डाल रहा है। हनुमानगढ़ पुलिस का यह कदम उस सोच के खिलाफ है जो अपराध को फैशन या हीरोइज्म के रूप में पेश करती है।

बेबी हैप्पी मॉडर्न पीजी कॉलेज के वाइस प्रिंसिपल डॉ. मनोज शर्मा कहते हैं, ‘पुलिस का यह अभियान अब सिर्फ कानून की कार्रवाई नहीं, बल्कि एक सामाजिक चेतना का अभियान बनता जा रहा है, जिसका उद्देश्य है, बुराई को रोकना, युवा सोच को दिशा देना और समाज में शांति और कानून का माहौल कायम रखना।’

सामाजिक कार्यकर्ता सुरेंद्र मारवाल कहते हैं, ‘हनुमानगढ़ की यह पहल न केवल प्रदेश बल्कि देशभर के लिए एक मिसाल बन सकती है, अगर समाज भी पुलिस के साथ खड़ा हो जाए तो ‘गन कल्चर’ का यह अंधकार जल्द ही खत्म हो सकता है।’

