







भटनेर पोस्ट ब्यूरो.
आज जब दुनिया युद्ध, हथियारों की होड़ और तनावपूर्ण हालातों से जूझ रही है, ऐसे समय में भारत की धरती से उठी शांति की आवाज़ अब जापान तक पहुंचेगी। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन राजस्थान के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. एम.पी. शर्मा जापान के नागासाकी में होने वाले विश्व शांति सम्मेलन में भाग लेने के लिए रवाना हुए। वे भारत के 40 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के साथ इस सम्मेलन में शामिल होंगे और राजस्थान का प्रतिनिधित्व करेंगे।

इंटरनेशनल फिजिशियन फॉर प्रिवेंशन ऑफ न्यूक्लियर वार (आईपीपीएनडब्ल्यू) की 24वीं वर्ल्ड कांग्रेस 2 से 4 अक्टूबर तक नागासाकी में आयोजित होगी। हनुमानगढ़ में संस्था की ओर से डॉ. एम.पी. शर्मा का सम्मान किया गया। बताया गया कि आईपीपीएनडब्ल्यू को 1985 में नोबेल शांति पुरस्कार मिल चुका है। संस्था शांति, स्वास्थ्य और विज्ञान के क्षेत्र में कार्यरत है तथा हथियारों के व्यापार पर रोक लगाने और संवाद के माध्यम से समस्याओं का समाधान खोजने पर बल देती है। यह संगठन वर्तमान में 70 देशों में सक्रिय है। भारत में इसकी शाखा इंडियन डॉक्टर्स फॉर पीस एंड डेवलपमेंट (आईडीपीडी) के नाम से कार्य कर रही है।

समारोह में आईडीपीडी के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. बृजेश गौड़ ने डॉ. शर्मा को शुभकामनाएं दीं और कहा कि यह सम्मेलन प्रदेश के लिए गर्व की बात है। प्रदेश सचिव डॉ. धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि सम्मेलन के बाद संगठन शांति, स्वास्थ्य और शिक्षा से जुड़ी गतिविधियों को और गति देगा। संगठन के संरक्षक डॉ. राजीव मुंजाल ने भी कहा कि यह मंच प्रदेश में जागरूकता और सामाजिक सरोकारों को नई ऊर्जा देगा। राजस्थान में जल्दी ही शिक्षा, शांति और चिकित्सा के क्षेत्र में गतिविधियां संचालित की जाएंगी।

अभिनंदन समारोह में डॉ. विकास जोशी, आयुर्वेद विभाग के उप निदेशक डॉ. तीर्थ शर्मा, डॉ. रामेश्वर भांभू, डॉ. ममता, डॉ. नरेश घोड़ेला, डॉ. एस.एस. गेरा, डॉ. देवेंद्र भांभू, डॉ. ईश्वर सुंडा, डॉ. राजन सेतिया, डॉ. ऐश्वर्य गुप्ता सहित कई गणमान्य चिकित्सक उपस्थित रहे।

इस अवसर पर डॉ. पारस जैन ने कहा कि अहिंसा और शांति के पथ पर चलकर ही मानव जाति का वास्तविक कल्याण संभव है। इसलिए इस प्रकार की विचारधारा का व्यापक प्रचार-प्रसार होना चाहिए, ताकि दुनिया में स्थायी शांति कायम रह सके।





