






भटनेर पोस्ट ब्यूरो.
हनुमानगढ़ टाउन में श्री गोशाला परिसर स्थित कामधेनु सत्संग भवन में ब्राह्मण समाज की आमसभा हुई, जिसमें अनन्तश्री विभूषित स्वामी श्री प्रखर महाराज ने आगामी 200 कुंडीय शत गायत्री पुरश्चरण महायज्ञ की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि विश्वव्यापी आतंकवाद के शमन, हिंदू राष्ट्र निर्माण और विश्व शांति के उद्देश्य से यह विराट यज्ञ 8 मार्च से 19 अप्रैल 2026 तक पुष्कर के गायत्री शक्तिपीठ मणिवेदिका पीठ में आयोजित होगा। इस अनुष्ठान में देशभर से आए 1700 विद्वान ब्राह्मण 43 दिनों तक 24 करोड़ गायत्री मंत्रों का जाप करेंगे, जिनमें से 3 करोड़ मंत्रों की आहुति हवन कुंडों में दी जाएगी।

स्वामी प्रखर महाराज ने कहा कि वर्तमान समय में भारत सहित संपूर्ण विश्व में आतंकवाद, भय और अशांति का माहौल व्याप्त है। बांग्लादेश सहित कई देशों में सनातन धर्मियों पर हो रहे अत्याचार इसका ताजा उदाहरण हैं। भारत में भी समय-समय पर धर्म पर कुठाराघात के प्रयास होते रहे हैं। ऐसे समय में धर्म और संस्कृति की रक्षा हेतु यह यज्ञ एक महाआयोजन के रूप में ऐतिहासिक महत्व रखेगा।

महायज्ञ के लिए पुष्कर की पुरूहुता पहाड़ी की तलहटी में स्थित चामुंडा माता मंदिर के पास गायत्री शक्तिपीठ क्षेत्र की साढ़े दस एकड़ भूमि पर भव्य यज्ञशाला का निर्माण होगा। जिसकी 5 दिसंबर 2025 को भूमि पूजन कर तैयारियां शुरू की जाएंगी। यज्ञ में यजमान, पंडित, व्यवस्थापक और सेवाधारी बड़ी संख्या में भाग लेंगे।

स्वामी प्रखर महाराज ने बताया कि महर्षि विश्वामित्र के बाद पृथ्वी पर ऐसा विराट आयोजन पहली बार होगा, जो सनातन धर्म की पुनर्स्थापना और विश्व शांति का मार्ग प्रशस्त करेगा। इस अवसर पर देवेन्द्र पारीक, डॉ. एम.पी. शर्मा, प्रेम पारीक, प्रदीप ऐरी, महेंद्र शर्मा, द्वारका प्रसाद शर्मा, एडवोकेट दिनेश दाधीच, कालू राम शर्मा, भवानी शंकर शर्मा, शंकर लाल शर्मा, गंगाधर शर्मा सहित ब्राह्मण समाज के अनेक गणमान्य उपस्थित रहे।




