






भटनेर पोस्ट डेस्क.
नवरात्रि आई और आप सोच रहे होंगे, बस नौ दिन की पूजा और थोड़े-बहुत उपवास का मज़ा? अरे नहीं! ये त्योहार आपके शरीर और दिमाग के लिए भी बड़ा हेल्दी है। उपवास, ध्यान, प्रार्थना और सात्विक खाना। सब मिलकर आपके मेटाबॉलिज्म को ताज़ा कर देते हैं। और ये कोई नई बात नहीं, बल्कि हमारी परंपराओं में छुपा खजाना है। आजकल के जमाने में, जब मेटाबॉलिक सिंड्रोम जैसी बीमारियां बढ़ रही हैं। पेट की चर्बी, हाई ब्लड शुगर, हाई ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल। तो ऐसे में नवरात्रि जैसी परंपराएं सच में बचाव का काम कर सकती हैं।

नवरात्रि में उपवास करना आम बात है। इसे पुरानी किताबों में ‘तन और मन की सफाई’ कहा गया है। लेकिन नई रिसर्च बताती है कि ये आपकी बॉडी को भी फिट रखता है। जब आप कुछ घंटों तक खाना-पीना छोड़ते हैं, तो शरीर इंसुलिन का बेहतर इस्तेमाल करता है, ग्लूकोज लेवल कंट्रोल में रहता है और वसा जल्दी बर्न होती है। मोटापा कम होता है, सूजन घटती है और दिल को भी फायदा होता है।

नवरात्रि में हल्का-सा खाना, फल, सब्ज़ी और कम अनाज खाना आम है। ये सिर्फ स्वाद में अच्छा नहीं, बल्कि हेल्थ के लिए भी सुपरहिट है। ये खाना फाइबर, विटामिन और एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होता है।
लेकिन ध्यान रहे, अगर आप हर दिन की तरह मिठाई, जंक फूड या सोडा खा रहे हैं, तो फायदा कम हो जाएगा। इन त्योहारों में संयम और ताजगी अपनाना मेटाबॉलिक सिंड्रोम और डायबिटीज़ से लड़ने का सीधा तरीका है।

नवरात्रि में ध्यान, जप और प्रार्थना भी होती है। ये सिर्फ मन को शांत नहीं करते, बल्कि स्ट्रेस हार्माेन कोर्टिसोल को कम करते हैं। ज्यादा कोर्टिसोल = पेट की चर्बी, हाई ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर का खतरा।
तो ध्यान लगाइए, प्रार्थना कीजिए और शरीर को शांत रहने दीजिए। ये आपकी बॉडी और दिल दोनों के लिए फायदे मंद है।
नवरात्रि में तीन गुणों पर ध्यान दिया जाता है
तमस (सुस्ती)ः ज्यादा बैठना या आलसी रहना मेटाबॉलिक सिंड्रोम बढ़ा सकता है। हल्की-फुल्की एक्टिविटी इसे कंट्रोल में रखती है।

रजस (सक्रियता)ः बेचैनी और स्ट्रेस बढ़ाने वाली गतिविधियां। ध्यान से इन्हें संतुलित किया जा सकता है।
सत्व (संतुलन): पवित्रता और संतुलन। जब ये संतुलित हो, इंसुलिन सही काम करता है, ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण में रहता है।
आखिर में
तो बस पूजा, गीत और नाच-गाना ही नहीं, अपने शरीर और मन का भी ख्याल रखें। उपवास, सात्विक आहार और ध्यान से आप न सिर्फ त्योहार का मज़ा लेंगे, बल्कि खुद को हेल्दी और फिट भी रखेंगे। इस नवरात्रि, चलिए सिर्फ देवी की पूजा ही नहीं, अपने हेल्थ को भी जश्न दीजिए। शरीर बोलेगा, ‘थैंक यू!’





