October 21, 2025

1 thought on “14 अगस्त: भारत के इतिहास का काला पन्ना

  1. मैं सनातनी हूं। सभी धर्मों का सम्मान करता हूं। इतिहास की घटनाओं को उस समय के परिप्रेक्ष्य में देखा जाना चाहिए। आपके इन विचारों से मै सहमत नहीं हूं।सावरकर के बारे में मैंने काफी अध्ययन किया है। पूर्वाग्रह से ग्रस्त होकर कोई भी कुछ भी लिख सकता है। खिलाफत आंदोलन के बाद मोपला और कलकत्ता में जो हुआ पहले उसका अध्ययन करें उन परिस्थितियों में हिंदुओं को एक होकर ताकत बढ़ाने का आह्वान सावरकर ने किया । कभी पूर्वाग्रह
    छोड़कर खुले मंच पर सौहाद्र पूर्ण बहस रखें।

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