भटनेर पोस्ट डिजिटल डेस्क.
विपक्ष पर हमलावर रहने वाले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को बड़ी धमकी मिली है। यह धमकी दी है ‘वारिस पंजाब दे’ के जत्थेदार भाई अमृतपाल सिंह ने।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमृतपाल सिंह ने मोगा के एक कार्यक्रम में कहा कि जो हश्र पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का हुआ, वही अमित शाह का भी होगा। दरअसल, पंजाब पुलिस ने अमृतपाल के कुछ साथियों को गिरफ्तार कर लिया है। जिसके बाद वह पंजाब पुलिस को भी देख लेने की धमकी दे चुके हैं। अब हिंदू राष्ट्र और खालिस्तान के मुद्दे पर इसे अमृतपाल सिंह की प्रतिक्रिया माना जा रहा है। अमृतपाल यह भी कह चुका है कि वह बूढ़ा होकर किसी अस्पताल में नहीं मरना चाहता। वह शहादत देने के लिए आया है। भाई अमृतपाल सिंह ने कहा-हिंदुस्तान की हुकूमत सेक्युलर हुकूमत है। मुझे बताओ कि कभी देश के प्रधानमंत्री और गृह मंत्री कभी कहा कि हिंदू राष्ट्र की बात कहने वालों पर कार्रवाई करेंगे। इसका मतलब फर्क है। हिंदुओं और सिखों की इंस्पिरेशन का फर्क है। सिख नहीं कर सकते, लेकिन हिंदू अपना सपना ले सकते हैं। मुझे ये लगता है कि दबाने से कुछ नहीं दबता। इंदिरा गांधी ने यह करके देख लिया, क्या नतीजा निकला। यह भी करके देख लें, इनकी इच्छा पूरी करने वाली बात है। हम तो हथेली पर सिर रखकर चल रहे हैं। हमें मौत का भय हो तो इन रास्तों पर चलते ही ना। गृह मंत्री (अमित शाह) अपनी इच्छा पूरी करके देख लें।
पंजाब में इस वक्त अमृतपाल सिंह का नाम चर्चाओं में है। ’वारिस पंजाब दे’ संगठन में बीते साल ही अमृतपाल सिंह की दस्तारबंदी हुई थी। ’वारिस पंजाब दे’ एक प्रेशर ग्रुप है, जिसे 2 साल पहले पंजाब के एक्टर और एक्टिविस्ट दीप सिद्धू ने बनाया था। यह दीप सिद्धू वही हैं, जो किसान आंदोलन के वक्त अफसरों से अंग्रेजी में बात करके चर्चा में आए थे। उसके बाद किसान आंदोलन के वक्त ट्रैक्टर मार्च के दौरान दीप को लाल किला हिंसा का मुख्य आरोपी बनाया गया था। हालांकि बाद में दीप सिद्धू की एक सड़क हादसे में मौत हो गई गई थी। जिसके बाद अमृतपाल को इसका मुखी बना दिया गया। अमृतपाल कुछ ही समय पहले दुबई से भारत आया। दुबई में वह अपने परिवार के ट्रांसपोर्ट बिजनेस में हाथ बंटाता था। यहां आते ही अमृतपाल अपनी दमदार भाषण शैली के कारण चर्चाओं में आ गया। अपने भाषण में वह खालिस्तान समर्थन में खुल कर बोलता है। इतना ही नहीं, वह पंजाब के युवाओं को ड्रग्स के जाल से मुक्त करवाने के दावों के साथ युवाओं को अपने साथ जोड़ रहा है।